आलमी (संसारिक) तेलगु कान्फ़्रैंस की तैयारियों का जायज़ा, 27 ता 29 दिसम्बर‌ तिरूपति में इनइक़ाद(आयोजन‌) : प्रन‌ब मुकर्जी

हैदराबाद ३‍१ अक्टूबर ( सियासत न्यूज़ ) रियासत में माह दिस्म‌बर के दौरान मुनाक़िद की जाने वाली मुजव्वज़ा आलमी तलगो कान्फ़्रैंस की तैयारीयों केलिए तशकील दी गई काबीना की ज़ेली कमेटी का एक अहम इजलास मिस्टर वे वसंत कुमार , वज़ीर तहज़ीबी उमूर की सदारत में मुनाक़िद(होने वाला) हुआ । इस इजलास में शरीक वुज़रा की मौजूदगी में आलमी तेलगु कान्फ़्रैंस की तैयारीयों का मुकम्मल जायज़ा लिया गया और जारी तैयारीयों से मुताल्लिक़ तमाम शरकाए इजलास ने इत्मीनान का इज़हार किया ।

इजलास के इख़तताम(अंत‌) पर मसरस के वे रमना चारी , मुशीर तहज़ीबी उमूर रियास्ती हुकूमत के हमराह अख़बारी नुमाइंदों से सकरीटरीट में बातचीत करते हुए मिस्टर वे वसंत कुमार , रियास्ती वज़ीर तहज़ीबी उमूर ने मज़कूरा बात कही और बताया कि मुजव्वज़ा आलमी तलगो कान्फ़्रैंस रियास्ती हुकूमत की जानिब से जारीया साल 27 ता 29 डसमबर मंदिरों के शहर तिरूपति में मुनाक़िद होगी और इस मुजव्वज़ा आलमी तलगो कान्फ़्रैंस का इफ़्तिताह करने केलिए सदर जमहूरीया हिंद मिस्टर परनब मुकर्जी को मदऊ किया गया है और तवक़्क़ो की जा रही है कि सदर जमहूरीया हिंद मुजव्वज़ा आलमी तलगो कान्फ़्रैंस का इफ़्तिताह करेंगे ।

वज़ीर तहज़ीबी उमूर ने बताया कि मुजव्वज़ा आलमी तलगो कान्फ़्रैंस के रियास्ती हुकूमत 25 करोड़ रुपय जारी करने से इत्तिफ़ाक़ किया है और फ़िलवक़्त 5 करोड़ रुपय जारी कर दिए गए । इस आलमी तलगो कान्फ़्रैंस के बड़े पैमाना पर कामयाब इनइक़ाद केलिए तेज़ी के साथ तैय्यारीयां जारी हैं । जबकि इस कान्फ़्रैंस में बैरूनी ममालिक के तीन हज़ार मंदूबीन की शिरकत मुतवक़्क़े है और अंदरून-ए-मुल्क मुख़्तलिफ़(विभिन्न‌) रियास्तों से ज़ाइद अज़ दो हज़ार मंदूबीन(प्रतिनिधिमंडल‌) शिरकत करेंगे ।

इस कान्फ़्रैंस में शिरकत करने वाले अंदरून-ए-मुल्क मंदूबीन केलिए 500 रुपय और बैरूनी ममालिक से शिरकत करने वाले मंदूबीन केलिए 20 अमरीकी डॉलर्स फ़ीस मुक़र्रर की गई है और ऐसे मंदूबीन जो क़ियाम वग़ैरा के ख़ाहिशमंद हूँ इन्हें अलहदा रक़ूमात अदा करने होंगे । जबकि आम अफ़राद केलिए कान्फ़्रैंस में दाख़िला मुफ़्त रहेगा । शिरकत के ख़ाहिशमंद मंदूबीन को 30 नवंबर तक अपने नाम दर्ज करवा लेना होगा ।

उन्हों ने कहा कि इस मुजव्वज़ा आलमी तलगो काफ़नरनस के इनइक़ाद का अहम मक़सद ना सिर्फ रियासत-ओ-मुल्क में ही नहीं बल्कि दुनिया के मुख़्तलिफ़ ममालिक में तलगो ज़बान और तहज़ीब को फ़रोग़ देना है । इस के इलावा तलगो ज़बान के चलन को आम बनाना और सरकारी नज़म-ओ-नसक़ मैं तलगो ज़बान के चलन को यक़ीनी बनाना और तलगो ज़बान में तदरीस को भी यक़ीनी बनाना इस कान्फ़्रैंस का अहम मक़सद है ।