आसाम और उत्तरप्रदेश के जारीया फ़सादाद बदतरीन

हैदराबाद ।‍३० जुलाई: नुसरत मुही उद्दीन स्टेट जनरल सैक्रेटरी इंसाफ़ ने अपने एक सहाफ़ती ब्यान में कहा कि आसाम और यू पी में होने वाले परतशद्दुद फ़सादाद से सैकूलर हुकूमतों का चेहरा बेनकाब होगया। उन्हों ने कहा कि यू पी, प्रतापगढ़, कोली कलां, बरेली और आंवला वग़ैरा में तशद्दुद और लौट मार की वजह से मुस्लमानों की ज़िंदगीयां दूभर हो गई हैं।

उन्हों ने बताया कि आसाम के कोकराझार, धवीरी, चीराइंग औरदीगर इलाक़ों में क़रीब तीन हज़ार मुस्लमानों को बेघर होना पड़ा और पनाह गज़ीन कैंप में ज़िंदगी बसर करने पर मजबूर होगए और हज़ारों मुस्लमानों का क़त्ल किया गया, जिस कीनुसरत मुही उद्दीन ने सख़्त मुज़म्मत करते हुए कहा कि तरूण गोगोई चीफ़ मिनिस्टर आसाम ख़ामोश तमाशाई बने हुए हैं हालाँकि वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह आसाम से पार्लीमैंट में नुमाइंदगी करते हैं फिर भी मुस्लमानों के साथ ग़ैर इंसानी और मुजरिमाना सुलूक रवा रखा गया।

हुकूमतें अवाम की जान-ओ-माल की हिफ़ाज़त की ज़िम्मेदार हैं, लेकिन हुकूमतें अपने फ़राइज़ अदा करने में बुरी तरह नाकाम रही हैं और मुस्लमानों के साथ खुले आम तास्सुब बरता जा रहा जऒ।

नुसरत मुही उद्दीन ने हुकूमत के इस रवैय्या कीशदीद मुज़म्मत करते हुए हुकूमत से परज़ोर मुतालिबा किया कि रियास्तों में अमन-ओ-अमान क़ायम करते हुए मुस्लमानों के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाने की अपील की और उन की बाज़ आबाद कारी-ओ-मुतास्सिरीन को माक़ूल मुआवज़ा अदा करी। इस ख़सूस में वज़ीर-ए-आज़म से मुदाख़िलत करने की अपील की।