आसाम फ़साद अपनी नौईयत का सब से बड़ा फ़साद

हैदराबाद १९सितंबर: जामिया उल्मा आंधरा प्रदेश के सदर मौलाना हाफ़िज़ पैर शब्बीर अहमद ऐम अलसी के बमूजब हाफ़िज़ पैर ख़लीक़ अहमद साबिर जनरल सैक्रेटरी जमईता उल्मा आसाम के फ़सादज़दा इलाक़ों का दौरा कर के वापिस होने पर बताया कि आसाम में फ़साद से मुतास्सिरीन की हालत इंतिहाई अबतर है ।

हिंदूस्तान में अपनी नौईयत का सब से बड़ा फ़साद है जिस में इस क़दर तबाही हुई है । पनाह गज़ीनों केलिए खाने पीने , पहनने ख़ातिरख़वाह इंतिज़ाम नहीं है । मुतास्सिरीन केलिए जुमला 340 रीलीफ़ कैंप हैं जिन में 233 मैं मुस्लमान हैं । जमईता उल्मा इबतिदा से मुतास्सिरीन केलिए इमदाद-ओ-राहत रसानी में मसरूफ़ है ।

अब तक चार करोड़ रुपय रीलीफ़ तक़सीम की जा चुकी है । इस मंसूबा बंद फ़साद में जमईता के सर्वे के मुताबिक़ 30,185 ख़ानदान मुतास्सिर हुए जिन में 196479 अफ़राद शामिल हैं जब कि मुतास्सिरा मकानात की तादाद 14000 और मुतास्सिरा गाॶं की तादाद 600 से ज़ाइद है । उन्हों ने बताया कि इस फ़िर्कावाराना फ़साद में 312 मसाजिद , 292 मकातिब और 5 मदारिस शदीद मुतास्सिर हुए ।

उन्हों ने कहा कि सर्वे में इन्किशाफ़ हुआ कि फ़साद में 50 साल से ज़ाइद उम्र के बीवगान की तादाद , 1767 और 50 साल से कमउमर के बीवगान की तादाद 1615 और यतीम बच्चों की तादाद 999 है जबकि 97 लोग शहीद हुए हैं । उन की बाज़ आबादकारी केलिए दस करोड़ रुपय का तख़मीना है ।

उन्हों ने कहा कि फ़साद के फ़ौरी बाद जमईता उल्मा हिंद की जानिब से एक क़ानूनी सेल क़ायम किया गया है । मौलाना क़ारी सय्यद मुहम्मद उसमान मंसूर पूरी सदर जमईता उल्मा हिंद , मौलाना सय्यद महमूद असअद मदनी की मौजूदगी में क़ानूनी सेल केलिए एक करोड़ रुपय मंज़ूर किया गया ।

सीनिय‌र वकील ऐम एन चौधरी की क़ियादत में 50 वुकला का पिया नल बनाया गया । फ़सादज़दा इलाक़ों को चार हिस्सों में तक़सीम कर के दस दस वुकला काम कररहे हैं । हाफ़िज़ पैर ख़लीक़ अहमद साबिर ने बताया कि जमईता उल्मा हिंद मुतास्सिरीन की बाज़ आबाद और मकानात बनाने की तैय्यारी में मसरूफ़ हैं । हालात क़ाबू में आचुके हैं । आमता अलमुस्लिमीन से जनरल सैक्रेटरी हाफ़िज़ पैर ख़लीक़ अहमद साबिर ने गुज़ारिश की है कि आसाम के मुस्लमानों को अपनी दावो और इमदाद में शामिल रखें