हैदराबाद १८। अगस्त : ( रास्त ) : ईद अलफ़तर के मौक़ा पर जिस तरह ज़िंदगी के मुख़्तलिफ़ शोबा-ए-हियात से ताल्लुक़ रखने वाले मुअज़्ज़िज़ हज़रात से मुलाक़ात करने कीग़रज़ से जाया करते हैं इसी तरह अपने ग़रीब रिश्तेदार मसाकीन के इलावा बिलख़सूस इन अकाबिरीन जिन्हों ने अपनी तमाम हयात अल्लाह-ओ-रसूल ई की ख़ुशनुदी के लिए सिर्फ किया और इस आलम से इस आलम में कोच फ़र्मा चुके हूँ ।
उन की ज़यारत को भी मद्द-ए-नज़र रखें और अपने मरहूमीन वालदैन कर यमीन वग़ैरा की ज़यारत के लिए क़ब्रिस्तान जाया करें वो लोग भी अपनी लवाहिक़ीन अक़रबा-ए-के मुंतज़िर रहते हैं ।
इन ख़्यालात काइज़हार सदर दफ़्तर साबिर एज्यूकेशनल ऐंड वैलफेयर सोसाइटी ख़्वाजा का छल्ला मुग़ल पूरा मैं मुनाक़िदा जलसा तक़सीम किताब ईसाल-ए-सवाब की एहमीयत क़ुरआन मजीद-ओ-अहादीस की रोशनी के मौक़ा पर हाफ़िज़ मुहम्मद साबिर पाशाह कादरी ने किया । जिस की निगरानी जनाब सय्यद फ़हीम आरिफ़ कादरी ने की ।
इस किताब को मुफ़्त तक़सीम किया जाता है । ईद अलफ़तर के मौक़ा पर भी इस किताब को हासिल करने वाले ख़ाहिशमंद हज़रात सदर दफ़्तर काशाना साबरी ख़्वाजा का छल्ला मुग़ल पूरा 9948404876 । 9640796576 पर इत्तिला करें तो किताब रवाना की जाएगी ।।