उर्दू यूनीवर्सिटी में धांदलियों की सी बी आई तहक़ीक़ात नागुज़ीर

हैदराबाद । ०२ अगस्त : ( रास्त ) : जनाब सय्यद तारिक़ कादरी ऐडवोकेट सदर ऐक्शण कमेटी बराए मानव में बे क़ाईदगीयाँ ने अपने ब्यान में बताया कि 14 जुलाई बरोज़ हफ़्ता बउनवान उर्दू यूनीवर्सिटी के ख़िलाफ़ मुहिम की हक़ीक़त एक मज़मून शोबा नशर-ओ-इशाअत मौलाना आज़ाद क़ौमी उर्दू यूनीवर्सिटी की जानिब से शहर के रोज़नामा मैं शाय किया गया । जिस की सुर्ख़ी से ये अंदाज़ा होरहा था कि मानव में जारी बे ज़ाबितगियों के ख़िलाफ़ जो तहरीक 3 माह से चलाई जा रही है इस के मुख़्तलिफ़ पहलोॶं पर रोशनी डाली जाएगी ।

बर ख़िलाफ़ इस के मानव के पालतू तोते पुरानी बातें ही दुहराने लगे और अपनीगै़रक़ानूनी , ग़ैर शाइस्ता सरगर्मीयों की पर्दापोशी करने की नाकाम कोशिश करते हुए नज़र आए । मर्कज़ी हुकूमत की जानिब से मानव का क़ियाम उर्दू वालों के लिए यक़ीनन एकबेशबहा तोहफ़ा है । मानव के अग़राज़-ओ-मक़ासिद की हिफ़ाज़त करना उर्दू वालों का अव्वलीन फ़र्ज़ बनता है । मानव के अग़राज़-ओ-मक़ासिद की बक़ा के लिए ही ऐक्शण कमेटी की जानिब से मानव में होने वाली ना इंसाफ़ियों के ख़िलाफ़ जमहूरी तहरीक काआग़ाज़ किया गया ।

ये तहरीक मानव के ख़िलाफ़ नहीं है बल्कि उन के ख़िलाफ़ है जो ग़ैरज़िम्मा दाराना और ग़ैर दस्तूरी अमल में मसरूफ़ कार है । उर्दू यूनीवर्सिटी के ख़िलाफ़ मुहिम की हक़ीक़त के उनवान से तहरीर करदा मज़मून में लिखा गया कि छोटी मोटी गलतीयां तो होती रहती हैं दरहक़ीक़त उर्दू दां तबक़ा के साथ की जाने वाली ज़बरदस्त ना इंसाफ़ियों को छोटी मोटी ग़लतीयों से ताबीर कियाजारहा है जो हक़ीक़त पर मबनी नहीं है ।

अलकटरानक और प्रिंट मीडीया की जानिब से तमाम तफ़सीली तहक़ीक़ात के बाद ही मानव में होने वाली बे ज़ाबितगियों पर खुल कर इज़हार-ए-ख़्याल किया जा रहा है । जिस के लिए ऐक्शण कमेटी , अलकटरानक मीडीया और प्रिंट मीडीया की बेहद मशकूर-ओ-ममनून है ।

उन्हों ने कहा कि मैं चंद माह के लिए अमरीका में क़ियाम पज़ीर था मेरी ग़ैरमौजूदगीमें जनाब नुसरत मुही उद्दीन की ज़ेर क़ियादत शानदार पैमाने पर पुरअमन जमहूरी तहरीक चलाई जा रही है । जिस में डाक्टर शेख़ नासिर , प्रोफ़ैसर अबदुलहक़ , विनोद कुमारसाबिक़ा एम पी , महमूद अली , सय्यद इबराहीम , मुहम्मद अबदुलहकीम , मुहम्मद यूसुफ़, हामिद मुहम्मद ख़ां , मुहम्मद क़ैसर , मुहम्मद अब्दुल‌ शफ़ीक़ शरिफन , मुनीर पटेल , डाक्टर अफ़ज़ल अल्लाह शरीफ़ , एसए मन्नान , इक़बाल अहमद अंसारी , ऐस एन स्वाधीन , शेख़ शमस उद्दीन , सय्यद अली उद्दीन अहमद , ई टी नरसिम्हा , जव्वाद मीर , अज़ीज़ , सय्यद सिद्दीक़ हुसैन , हशमत अली , मुहम्मद शमस उद्दीन और दीगर शामिल हैं ।

लेकिन ताज्जुब की बात है कि मानव की जानिब से जारी करदा मज़मून में ऐक्शन‌ कमेटी की जानिब से जिन मसाइल और होरही ना इंसाफ़ियों के ख़िलाफ़ निशानदेही की गई थी इस बे इंतिहा-ए-अहम मौज़ू पर कोई सर अहित नहीं की गई । इस का ऐन मतलब ये हुआ कि वो ऐक्शण कमेटी की दरपर्दा ताईद कर रहे हैं ।

ऐक्शन‌ कमेटी की जानिब से सदर जमहूरीया प्रतिभा पाटल , नायब सदर हामिद अंसारी , मनमोहन सिंह वज़ीर-ए-आज़म , श्रीमती सोनीया गांधी , चांसलर मानव , पोरनदीशोरी के इलावा मुख़्तलिफ़ जमा उतुव्व नके अराकीन पार्लीमैंट को याददाश्त पेश की गई । गाना राष़्ट्रा समीती के सदर जनाब के चन्द्र शेखर राव‌ एम पी ने कपिल सिब्बल को एक ख़त के ज़रीया मुतालिबा किया कि मानव में जारी धांदलियों की सी बी आई के ज़रीया तहक़ीक़ात करवाई जाएं 40 फ़ीसद मुक़ामी लोगों को हर शोबा में हर सतह पर तक़र्रुत फ़राहम किए जाएं ।

ऐक्शन‌ कमेटी कीजानिब से चलाई जाने वाली तहरीक जो अदल-ओ-इंसाफ़ पर मबनी है हिंदूस्तान ही नहीं बल्कि अमरीका में भी इस तहरीक को बड़ी क़दर की नज़रों से देखा जा रहा है चुनांचे अमरीकन इंडियन मुस्लिम कौंसल जो अमरीका में मुक़ीम हिंदूस्तानी मुस्लमानों की बहुत बड़ी और मशहूर पसंदीदा तंज़ीम है इस ने भी मुहतरमा प्रतिभा पाटल को तहरीरी याददाश्त पेश करते हुए पर ज़ोर मुतालिबा किया था कि मानव की बे क़ाईदगियों की सी बी आई के ज़रीया तहक़ीक़ात करवाते हुए उर्दू यूनीवर्सिटी को बचाएं ।।