हैदराबाद । 22 सितंबर : ( दक्कन न्यूज़ ) : आज़मीन-ए-हज्ज क़ाबिल मुबारकबाद हैं जिन्हें अल्लाह ताला ने चुन लिया और वो अल्लाह-ओ-इस के रसोलऐ के मेहमान बन कर अपने अपने ममालिक से रवाना होरहे हैं । काबता अल्लाह जिसे देखना इबादत यहां दुआएं करना भी इबादत , आँख से आँसू बहाना और इस की ख़ास बात है ।
इस लिहाज़ से यहां पर की जाने वाली दुआएं कभी रद्द नहीं होती । माह ज़ी क़ादा वो माह है हज़रत इबराहीम-ओ-हज़रत सय्यदना इस्माईल अलैहि अस्सलाम ने मिल कर काबता अल्लाह की तामीर की थी और दुआ की थी ख़ुदा या उस शहर को लोगों से मामूर कर और अमन का गहवारा बनादे जिस के लिएता क़ियामत तक इस घर की तरफ़ मुस्लमान खींच खींच कर लब्बैक अललहम लब्बैक की सदाएं बुलंद करते हुए दीवाना वार जमा होंगे । इन ख़्यालात का इज़हार मौलाना सय्यद मतीन अली शाह कादरी ख़तीब जामि मस्जिद अख़तरी दिलावर शाह नगर क़िला गोलकुंडा ने नमाज़ जुमा से क़बल किया ।।