ख़ानगी हज टूर आपरेटर्स के तहत कोटा में तख़फ़ीफ़ पर तन्क़ीद

हैदराबाद ।०७ अगस्त : सदर अंबेडकर नैशनल कांग्रेस नवाब मुहम्मद काज़िम अली ख़ां ने वज़ारत-ए-ख़ारजा की जानिब से आंधरा प्रदेश के लिए ख़ानगी हज टूर ऑप्रेटरज़ के तहत हज के कोटा में कमी पर तन्क़ीद की है और कहा है कि इस मुआमला में आंधरा प्रदेश से सख़्त ना इंसाफ़ी हुई है और ये कांग्रेस सरकार की आंधरा प्रदेश के मुस्लमानों पर एक और सितम ज़रीफ़ी है । उन्हों ने कहा कि गुज़श्ता साल के मुक़ाबला में इस साल आंधरा प्रदेश को 561 कम नशिस्तें अलॉट की गई हैं ।

उन्हों ने एक ब्यान में कहा कि वज़ारत-ए-ख़ारजा के पास उस की वजूहात कुछ ही क्यों ना रही हूँ लेकिन इस को हज नशिस्तों के अलाटमैंट के मुआमला में इंसाफ़ से काम लेना चाहीए था । वज़ारत-ए-ख़ारजा ने इस साल मुख़्तलिफ़ वजूहात की बिना पर सिर्फ 15 टूर ऑपरेटरों को ही कोटा अलॉट किया है जब कि गुज़श्ता साल 34 ऑपरेटरों को कोटा अलॉट किया गया था

और मुसाबक़त के जज़बा के तहत इन ऑपरेटरों ने हुज्जाज किराम की अच्छी ख़िदमात अंजाम दी थीं लेकिन इस साल महिदूद ऑपरेटरों को महिदूद कोटा अलॉट किए जाने से रियासत के हुज्जाज किराम का नुक़्सान होगा और अंदेशा है कि बाअज़ ऑप्रेटर इस सूरत-ए-हाल का इस्तिहसाल ना करें । उन्हों ने कहा कि वज़ारत-ए-ख़ारजा ने महाराष्ट्रा को तक़रीबन 17 हज़ार नशिस्तें और केराला को 11 हज़ार नशिस्तें अलॉट किया जाना इंसाफ़ के तक़ाज़ों के ख़िलाफ़ है ।

आंधरा प्रदेश और केराला में मुस्लमानों की आबादी तक़रीबन मुसावी है लेकिन नशिस्तों के अलाटमैंट में जांबदारी से कई सवालात पैदा होते हैं । इस ताल्लुक़ से मर्कज़ी हुकूमत को वज़ाहत पेश करनी ज़रूरी है । नवाब मुहम्मद काज़िम अली ख़ान ने हजमुआमला की सी बी आई के ज़रीया तहक़ीक़ात करवाने का मुतालिबा किया है और ये भी कहा कि जिस रियासत को कोटा अलॉट किया गया है इसी रियासत के हाजियों को रवाना करना चाहिए ख़िलाफ़ वरज़ी पर ऑप्रेटर का लाईसैंस मंसूख़ करदिया जाय ।।