ग़रीब ख़ानदान के लिए दो वक़्त की रोटी का हुसूल मुश्किल

हैदराबाद । २० । जुलाई : ( सियासत न्यूज़ ) : पुराने शहर हैदराबाद मुस्तफ़ा नगर की पहाड़ी पर एक बड़े पत्थर पर लोहे की शीट का छत और अतराफ़ में छोटी दीवारों का एक छोटा कमरा तामीर क्या हुआ मकान में जुमला 6 अफ़राद रहते हैं हम ने इस ख़ानदान के अफ़राद से मुलाक़ात की और उन की ज़िंदगी के बारे में मालूमात हासिल किए । यहां रहने वाली ख़ातून अतीया बेगम उम्र 30 साल को चार बच्चे हैं । जिन में तीन लड़कीयां और एक लड़का है ।

सब से बड़ी लड़की रुख़सार बेगम दोनों पैरों से माज़ूर है । दो लड़कीयां एक 9 साल और एक 4 साल की हैं । लड़का 8 साल का है । अतीया बेगम के शौहर गिलास फ़ैक्ट्री में काम करते थे । 3 साल से बीमार हैं जिस की वजह से अब वो वज़न उठाने का काम नहीं करते हैं ।

ज़्यादा तर घर पर ही रहते हैं । अतीया बेगम घर पर कपड़ों की सिलाई का काम करती हैं । एक दिन के 70 रुपय मिलते हैं । तीन बच्चे सरकारी उर्दू मीडियम स्कूल में पढ़ते हैं । राशन का सामान ख़रीदने के लिए पैसों की ज़रूरत दरपेश रहती है । बच्चों को दवा डोरी के लिए मुश्किलात हैं । दूध के लिए भी मुश्किल होती है ।

तेज़ हुआ बारिश से मकान को ख़तरा है । अतीया बेगम ने कहा कि मेहनत करते हुए अपनी ज़िंदगी गुज़ारने की कोशिश करती हूँ माज़ूर लड़की की परेशानी और घर में बच्चों को किसी दिन खाना नहीं तो किसी दिन काम नहीं इस परेशानी में रोते हुए मैं अल्लाह मियां से मदद की गुज़ारिश करती रहती हूँ ।।