गुस्ताखाना कार्टूनस और फ़िल्म के ज़रीया मुस्लिम बिरादरी की दिल आज़ारी की मुज़म्मत

हैदराबाद २२। सितंबर : कल हिंद मर्कज़ी मीलाद कमेटी का एक इजलास शालीमार फ़र्नीचर नामपली मैं अल्हाज ख़्वाजा मुईन उद्दीन इक़बाल मुल्तानी की सदारत में मुनाक़िद हुआ और सदर ने कहा कि वक़फ़ा वक़फ़ा से मग़रिबी गोशों से इस्लाम और पैग़ंबर इस्लाम की शान में गुस्ताख़ी की जा रही है जो शैतानी कारस्तानी है ।

इस मज़मूम हरकत से आलम इस्लाम के जज़बात मजरूह होरहे हैं । मुस्लमान सब कुछ बर्दाश्त करसकता है लेकिन हुज़ूर अकरम ई की शान में गुस्ताख़ी इस के लिए नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त है । जनाब मुहम्मद अब्दुल नईम ज़की सेठ मोतमिद ने कहा कि कभी फ़िल्म कभी कार्टूनस के ज़रीया पैग़ंबर इस्लाम की शान में गुस्ताख़ी एक मुनज़्ज़म साज़िश है ।

मग़रिबी दुनिया को याद रखना होगा कि मुस्लमानों में मसलकी इख़तिलाफ़ात होसकते हैं लेकिन जब बात सरकार दो आलम ई के मुताल्लिक़ होती है तो सब एक होजाते हैं ।

दीगर शुरका ने भी अपनी तक़ारीर में मग़रिबी अलकटरानक और प्रिंट मीडीया पर शदीद तन्क़ीद करते हुए इंतिबाह दिया कि अपनी ओछी हरकतों से बाज़ आजाए वर्ना उन्हें आलम इस्लाम के ग़ज़ब का सामना करना पड़ेगा । इजलास में जनाब मुहम्मद नईम उद्दीन , रूफ हुसैन इक़बाल हुसैन , उसमान , मुहम्मद शाकिर अहमद , शेख़ उबीद बिन उसमान आसिफ़ ख़ां , मुहम्मद मुश्ताक़ अली , नज़ीर अहमद ख़ां , ख़िज़र मुहम्मद ख़ां , अकरम अशर्फ़ी ऐडवोकेट भी शरीक थे । आख़िर में दुआ की गई ।।