हैदराबाद ०३ जनवरी : ( सियासत न्यूज़ ) : तेलुगु देशम सरबराह एन चंद्रा बाबू नायडू कई तकालीफ़ के बावजूद अपनी पदयात्रा जारी रखे हुए हैं। गुज़श्ता बरस 2 अक्टूबर को शुरू हुई उन की पदयात्रा वसतुन्ना मी कोसम के आज तीन माह मुकम्मल (पूरे)हो चुके हैं । इन तीन माह के दौरान नायडू ने रियासत के मुख़्तलिफ़ अज़ला में ज़ाइद अज़ 1400 किलोमीटर की पदयात्रा मुकम्मल कर ली है । गुज़श्ता चंद यौम से उन की पैरों में शदीद(बहुत) तकलीफ़ के बावजूद वो अपनी यात्रा जारी रखे हुए हैं ।
सदर तेलुगु देशम ने यात्रा के इबतिदाई दिनों में शहि नशीन मुनहदिम होने के सबब जब ज़ख़मी हुए थे उस वक़्त भी सिर्फ़ एक यौम के लिए यात्रा को मुल्तवी किया था जब कि डॉक्टर्स ने उन्हें कम अज़ कम तीन यौम तक आराम का मश्वरा दिया था ।
मिस्टर नायडू की सेहत के मुताल्लिक़ गुज़श्ता दो यौम से जारी अफ़्वाहों के दौरान आज उन की अहलिया मिसिज़ नारा भुवनेश्वरी नायडू और बहू ने ज़िला वरनगल में उन से मुलाक़ात करते हुए सेहत के मुताल्लिक़ मालूमात हासिल कीं । मिस्टर नायडू की सेहत के मुताल्लिक़ बताया जाता है कि मुसलसल (लगातार)पैदल चलने के सबब उन के पैरों में शिद्दत की तकलीफ़ शुरू हो चुकी है वो इस का बरसर-ए-आम इज़हार नहीं कर रहे हैं ।
बताया जाता है कि उन के शख़्सी मुआलिज जो कि इस पदयात्रा के लिए यन टी आर मैमोरियल ट्रस्ट की जानिब से उन के लिए मुतय्यन किए गए हैं वो मिस्टर नायडू की सेहत पर मुसलसल निगाह रखे हुए हैं और उन से ख़ाहिश की जा रही है कि वो आइन्दा दिनों में दौरे की मुसाफ़त को कुछ कम करें लेकिन मिस्टर नायडू इस तजवीज़ पर अमल नहीं कररहे हैं और ज़्यादा से ज़्यादा अवाम से मुलाक़ात और मुसाफ़त तै करने की कोशिश कर रहे हैं ।
सदर तेलगु देशम की कमर के निचले हिस्सा के इलावा घुटनों और पंजों में तकलीफ़ की इत्तिलाआत मौसूल होरही हैं । बावसूक़ ज़राए से मौसूला इत्तिलाआत के बमूजब मिस्टर नायडू ने आज अपने अफ़राद ख़ानदान से मुलाक़ात के दौरान भी इस बात की शिकायत की कि वो पैरों में शदीद दर्द महसूस कर रहे हैं लेकिन वो यात्रा मुल्तवी या मंसूख़ नहीं करना चाहते चूँकि उन की यात्रा के पहले मरहला की तकमील के लिए अभी सिर्फ़ 24 दिन बाक़ी हैं वो 26 जनवरी को हैदराबाद वापिस होने वाले हैं और फिर वसतननामी कोसम के दूसरे मरहला का ऐलान करेंगे ।।