जगन ने कम अर्सा(अवधि/समय‌) में दौलत कैसे कमाई, विजय‌ अम्मां से तेलगुदेशम लीडर का इस्तिफ़सार(प्रश्न/सवाल‌)

हैदराबाद ।३१अक्टूबर (सियासत न्यूज़) वाई ऐस आर कांग्रेस क़ाइदीन डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी के दौर में तरक़्क़ीयाती कामों का झूटा प्रोपगंडा करते हुए ये तास्सुर देने की कोशिश कर रहे हैं कि डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी बद उनवानियों में मुलव्वस(सना हुआ) नहीं थे । मसरज़ ओमा माधव रेड्डी रुकन असम्बली तेलगुदेशम पार्टी ने आज प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए ये बात कही ।

उन्हों ने बताया कि राज शेखर रेड्डी के दौर-ए-इक्तदार में कोई तरक़्क़ीयाती अमल अंजाम नहीं दिया गया बल्कि रियासत के क़ुदरती वसाइल को नाजायज़ तौर पर फ़रोख़त करते हुए दौलत इकट्ठा की गई । उन्हों ने मिसिज़ वजए अम्मां से मुतालिबा किया कि वो अवाम को इस बात से वाक़िफ़ करवाए कि आख़िर उन के फ़र्ज़ंद ने इंतिहाई (अत्यधिक‌)कम अर्सा में करोड़ों रुपय कैसे जमा किए हैं । मिसिज़ ओमा माधव रेड्डी ने बताया कि डाक्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी ने अपने फ़र्ज़ंद(पुत्र‌) जगन मोहन रेड्डी और दीगर हव्वारियों को बद उनवानियों के ज़रीया दौलत इकट्ठा करने केलिए खुली छूट फ़राहम कर रखी थी ।

उन्हों ने कहा कि डाक्टर रेड्डी का चंद्रा बाबू नायडू से कोई तक़ाबुल नहीं है । चंद्रा बाबू नायडू ने अपने दौर-ए-इक्तदार को रियासत और अवाम की तरक़्क़ी के लिए इस्तिमाल किया जबकि डाक्टर रेड्डी ने अपने ख़ानदान की दौलत में इज़ाफ़ा के लिए अपने इक़तिदार(शासन/सत्ता) का नाजायज़ इस्तिमाल किया ।मिसिज़ ओमा माधव रेड्डी ने बताया कि डाक्टर रेड्डी ने जितने भी वाअदे किए थे इस में एक वाअदा भी उन्हों ने पूरा नहीं किया ।

उन्हों ने मिसिज़ वजए लक्ष्मी पर इल्ज़ाम (आरॊप‌)आइद किया कि वजए लक्ष्मी डाक्टर रेड्डी की मौत के साथ ही सयासी ज़िंदगी में क़दम रखते हुए अपने फ़र्ज़ंद के सयासी मुस्तक़बिल को बचाने की कोशिशों का आग़ाज़ करदिया ।मिसिज़ ओमा माधव रेड्डी ने तेलगुदेशम और कांग्रेस के दरमयान खु़फ़ीया मुफ़ाहमत(गोपनीय फैसला) के इल्ज़ाम (आरॊप‌)को मुस्तर्द करते हुए कहा कि तेलगुदेशम पार्टी गुज़शता 30बरसों से कांग्रेस के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद कर रही है।

कांग्रेस बद उनवानियों-ओ-बे क़ाईदगियों को फ़रोग़ देने वाली जमात है जबकि तेलगुदेशम पार्टी बदउनवानीयों-ओ-बे क़ाईदगियों के ज़रीया तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाने पर यक़ीन रखती है । उन्हों ने बताया कि दो अलहदा नज़रियात की हामिल जमातों के इत्तिहाद की कोई बुनियाद नहीं होती जबकि वाई ऐस आर कांग्रेस और कांग्रेस में इत्तिहाद(मैलमिलाप‌) की कई वजूहात मौजूद हैं जिस में बुनियादी वजह दोनों सयासी जमातों का बदउनवानीयों में मुलव्वस (सना हुआ) होना है । इस से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि दोनों सयासी जमातें एक ही सिक्का के दो रुख़ हैं ।