जीनीयाती फसलों के बेलगाम तजुर्बात पर तशवीश का इज़हार

हैदराबाद ।०३ अक्टूबर : ( सियासत न्यूज़ ) : सियोल सोसाइटी ग्रुपस ने आज मुल्क में जनटीकली माडीफ़ाईड ( जी ऐम ) फसलों के इन ब्रेड लड ( बेलगाम ) फ़ील्ड टसटस पर तशवीश का इज़हार किया और हुकूमत से कहा कि इस से मुताल्लिक़ ज़िम्मेदारी पर फ़ौरी एक क़ानूनी फ्रेमवर्क का नफ़ाज़ किया जाय । कोलीशन फ़ार जी ऐम फ़्री इंडिया और सैंटर फ़ार ससटीनबल एग्रीकल्चर ग्रुपस के नुमाइंदों ने दावे किया कि जी ऐम फ़सलें मलिक के लिए ख़तरा का बाइस हैं

यहां पर मुनाक़िद होरही मेट के मौक़ा पर आज एक प्रैस कान्फ़्रैंस से मुख़ातब करते हुए इन नुमाइंदों ने कहा कि जी ऐम क्रॉप्स मुतआरिफ़ करनेवाली फर्म्स को इस के बाइस बायो ड्राईवर सिटी को होने वाले नुक़्सान के लिए ज़िम्मेदार बनाया जाना चाहीए । इस पाँच रोज़ा मेट में 150 ममालिक के मंदूबीन शिरकत कररहे हैं जो लीविंग माडीफ़ाईड आर्गेनाईज़स (ईल अमावस ) के इस्तिमाल और महफ़ूज़ मुंतक़ली को यक़ीनी बनाने के सिलसिला में तबादला-ए-ख़्याल कररहे हैं । हिंदूस्तान ने गुज़शता साल सप्लीमेंटरी प्रोटोकोल पर दस्तख़त किए लेकिन इस की अभी तसदीक़ की जानी है ।

अब तक इक्कावन ममालिक ने इस अनसटरोमनट पर दस्तख़त किए हैं ताहम इन में सिर्फ तीन ममालिक ने ही उस की तसदीक़ की है । दिल्ली की एक लीगल रेसर चर , शालिनी भूटानी ने कहा कि कारटगीना प्रोटोकोल के तहत हिंदूस्तान को ज़िम्मेदारी और ऐडरैस पर इस का अपना क़ानून बनाने के लिए सप्लीमेंटरी प्रोटोकोल के नाफ़िज़ उल-अमल होने तक इंतिज़ार करने की ज़रूरत नहीं है ।

उन्हों ने कहा कि सप्लीमेंटरी प्रोटोकोल में इस बात की तसदीक़ की गई है कि ईल ऐम औज़ से नुक़्सान हो सकता है और इस के ज़रीया क़वाइद बनाए गए जिस में ईल ऐम ओ ऑप्रेटर को बायो डाईओरसटी को अगर नुक़्सान हो तो इस के लिए जवाबदेह बनाया जाएगा । ये कहते हुए कि वो टैक्नालोजी के इस्तिमाल के मुख़ालिफ़ नहीं हैं । उन्हों ने कहा कि इस में ख़ातिरख़वाह तहफ़्फ़ुज़ और ज़िम्मेदारी के लिए एक मीकानीज़म होना चाहिए ।

इस मौक़ा पर कोलीइशन के कन्वीनर सिरीधर राधा कृष्णन ने भी मुख़ातब क्या । इस दौरान क्राप लाईफ़ इंटरनैशनल और ग्लोबल इंडस्ट्री कोलईशन ( जी आई सी ) ने आज नागोया । कवालमपुर सप्लीमेंटरी प्रोटोकोल पर अमल दरआमद करने की ख़ाहां हुकूमतों की मदद के लिए पहले टूल के पबलीकीशन की इजराई का ऐलान किया ।

प्लांट साईंस इंडस्ट्री ने इस गाईड को बनाया है ताकि ईल ऐम औज़ से बायो डाईओरसटी को होने वाले इमकानी नुक़्सान से बचाने के लिए इन ममालिक की मदद हो जिन के पास इस के लिए मीकानीज़म मौजूद नहीं है । ये बात सारा लौकी , ऐग्ज़ीक्यूटिव डायरैक्टर दी कम्पैक्ट ऐंड ऐग्ज़ीक्यूटिव सैक्रेटरी ग्लोबल इंडस्ट्री कोलईशन ने बताई ।