हैदराबाद०५सितंबर ( एन ऐस ऐस ) रियासत भर में जोनईर डॉक्टर्स की जानिब से की जा रही हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही जिस के नतीजा में मरीज़ों को मुश्किलात का सामना करना पड़ा ।
हड़ताल को देखते हुए रियास्ती हुकूमत ने इंतिबाह दिया है कि अगर जोनईर डॉक्टर्स फ़ौरी अपनी हड़ताल ख़तन नहीं करते हैं तो उन के ख़िलाफ़ लाज़िमी ख़िदमात के क़ानून ( अस्मा ) का इस्तिमाल किया जा सकता है ।
जूनियर डॉक्टर्स हुकूमत की जानिब से देही और क़बाइली इलाक़ों में ख़िदमात को लाज़िमी क़रार दिए जाने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ बतौर-ए-एहतजाज ये हड़ताल कर रहे हैं। हड़ताल के नतीजा में गांधी और उस्मानिया दवा ख़ानों में और तमाम रियासत में तदरीसी दवा ख़ानों में भी ख़िदमात पूरी तरह मुतास्सिर रहीं।
एहितजाजी जूनियर डॉक्टर्स के साथ हुकूमत की कल बातचीत मुनाक़िद हुई थी ताहम ये ग़ैर मुख़्ततम रही और इस में कोई नतीजा बरामद नहीं हुआ। इस दौरान हुकूमत ने ये तीक़न दिया है कि जोनईर डॉक्टर्स के तमाम मसाइल को अंदरून एक माह हल करदिया जाएगा । हुकूमत ने जोनईर डॉक्टर्स से अपील की है कि वो अपनी हड़ताल फ़ौरी तौर पर ख़तन करदें।
हुकूमत ने ख़बरदार किया है कि अगर जूनियर डॉक्टर्स फ़ौरी तौर पर अपनी हड़ताल से दसतबरदारी इख़तियार नहीं करते हैं तो उन के ख़िलाफ़ लाज़िमी ख़िदमात की बरक़रारी के क़ानून ( अस्मा ) का नफ़ाज़ अमल में लाया जाएगा। जोनईर डॉक्टर्स ने हुकूमत के इस इंतिबाह के बावजूद अपनी हड़ताल जारी रखी हुई है और फ़ौरी तौर पर इस हड़ताल के ख़तन होने के कोई आसार भी दिखाई नहीं देते ।
डॉक्टर्स की हड़ताल के नतीजा में मरीज़ों को मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है । सरकारी दवा ख़ानों में ईलाज-ओ-मुआलिजा की सरगर्मीयां मुतास्सिर हुई हैं।