तानडोर फ़साद(दंगा) के मुतास्सिरीन में इमदाद(सहायता) की तक़सीम(बांटना)

हैदराबाद१० अक्टूबर (सियासत न्यूज़) साईंस फेय‌ र और साईंस एग्ज़ीबीशन में बड़ा फ़र्क़ है और साईंसी तदरीस -ओ-टीचिंग के साथ निसाब (पूंजी) भी तबदीलीयां वक़्त की अहम ज़रूरत है। इन ख़्यालात का इज़हार डाक्टर क़ाज़ी सिराज अज़हर (अमरीका) बानी साईंस फ़ीर एकेडेमी ने अहाता सियासत में महबूब हुसैन जिगर हाल में मुनाक़िदा एक ख़ुसूसी इजलास(बिठाना) में किया है और कहा कि साईंस की तारीख़ और साईंसदाँ जो माज़ी में मिल्लत के अज़ीम शुबहात से पर हैं इन में इबन-ए-सीना सर-ए-फ़हरिस्त है। आज मिल्लत-ए-इस्लामीया की नई नस्ल में एक इबन-ए-सीना पैदा करने की ज़रूरत है।

एक बच्चा में बेपनाह सलाहीयतें होती हैं इस को बरुए कार लाने उन्हें मवाक़े फ़राहम करना चाहिए । तख़लीक़ी सलाहीयत(भलाई) से छिपा साईंसदाँ सामने आसकता है। मिल्लत के होनहारों में बेपनाह तख़लीक़ी सलाहीयतें हैं। साईंस फ़ीर के इनइक़ाद(आयोजन) के ज़रीया स्कूली तलबा (विधार्थी)को मवाक़े फ़राहम किए जा सकते हैं। जनाब ज़हीरउद्दीन अली ख़ान मनीजिंग ऐडीटर सियासत ने कहा कि स्कूल में परी प्राइमरी सतह पर दाख़िले का तनासुब (परस्पर सम्बन्ध रखना) मुस्लमान बच्चों का बहुत ज़्यादा है, लेकिन अफ़सोस कि हाई स्कूल पहुंचने तक ड्राप ओट की शरह मुस्लमान तलबा(विधार्थी) की सब से ज़्यादा है।

जो भी मौक़ा मिले इस से बरवक़्त और भरपूर इस्तिफ़ादा पर ज़ोर देते हुए कहा कि साईंस फ़ीर एकेडेमी की जो भी प्रोग्राम होंगे इस के लिए इदारा सियासत का पूरा तआवुन हासिल रहेगा। जनाब एहसान ने तफ़सीलात पेश की। डाक्टर सय्यद ग़ौस उद्दीन ने ख़ौरमक़दम करते हुए कहा कि साईंस फ़ीर एकेडेमी के सरगर्मीयां जो गुज़शता बरसों से ठप हो चुकी थी, अज़सर-ए-नौ आग़ाज़ करके उन्हें वुसअत देना है।

डाक्टर समीअ उल्लाह ख़ान नायब सदर एकेडेमी डाक्टर मुहम्मद मुज़फ़्फ़र अली साजिद, एम ए लतीफ़ उत्तीर, अनवर अहमद (ऐम ऐस कॉलिज) नसरीन फ़ातिमा न्यू रोज़ी कानोनट स्कूल ने साईंस फ़ीर 28 अक्टूबर 29 अक्टूबर के प्रोग्राम्स की तफ़सीलात बताई। एम ए हमीद अहमद बशीर उद्दीन फ़ारूक़ी, मुबश्शिर आज़म ने मुबाहिस में हिस्सा लिया। मिसिज़ बिलकीस फरदीन ने शुक्रिया अदा किया।