तुरही-ओ-ग़ैर तुरही मुशाविरों का इनइक़ाद

हैदराबाद ।२४। जुलाई : ( रास्त ) : इदारा अपना शहर अपने लोग । अंजुमन बकाए अदब , जमालिस्तान उर्दू के ज़ेर-ए-एहतिमाम माह रमज़ान उल-मुबारक के अशरा अव्वल में तुरही-ओ-ग़ैर तुरही मुशाविरों का इनइक़ाद अमल में आएगा ।

तरह ये दी गई है ।ख़दीजा ने हिरा में हक़ को इन का राज़ दां देखा 10 रमज़ान उल-मुबारक । तुफ़ैल आईशा बीबी तयम्मुम की सहूलत है 17 रमज़ान तुरही मनक़बत लिखने वाले शारा-ए-को सवारी ख़र्च रवाना किया जाएगा । मुहम्मद ज़िया इर्फ़ान कादरी हसामी ने शाराए किराम से अपनी तख़लीक़ात विक्टरी रेसिडेन्सी मकान नंबर 11-5-156 फ़लाट नंबर 103 रैड हिल्ज़ ।मज़कूरा बाला तवारीख़ से क़बल रवाना करने की दरख़ास्त की है ।।