हैदराबाद २१अगस्त (सियासत न्यूज़) कांग्रेस के सीनीयर रुकन असैंबली-ओ-साबिक़वज़ीर डाक्टर शंकर राॶ ने दागदार वुज़रा को फ़ौरी काबीना से अलहदा करने चीफ़ मिनिस्टर से मुतालिबा किया। बसूरत-ए-दीगर अपने इख़्तयारात का इस्तिमाल करते हुए दागदारवुज़रा को काबीना से बरतरफ़ करने गवर्नर पर ज़ोर दिया।
आज यहां मीडीया के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि दागदार वुज़रा से हुकूमत और पार्टी दोनों की नेकनामीमुतास्सिर हुई ही। सुप्रीम कोर्ट ने 26 जी औज़ की इजराई के मुआमले में छः वुज़रा को नोटिस जारी की थी, इन वुज़रा को अख़लाक़ी ज़िम्मेदारी क़बूल करते हुए मुस्ताफ़ी होजाना चाहिए था या कम अज़ कम चीफ़ मिनिस्टर इन वुज़रा से अस्तीफ़ा तलब करती।
इस तरह दोनों अपनी ज़िम्मेदारीयों में नाकाम हो गए हैं, लिहाज़ा गवर्नर को चाहीए कि वो अपने इख़्तयारात का इस्तिमाल करते हुए दागदार वुज़रा को फ़ौरी काबीना से बरतरफ़ करदें। उन्हों ने कहा कि इन किरण कुमार रेड्डी भी चीफ़ मिनिस्टर के ओहदा पर बरक़रार रहने के काबिल नहीं हैं, क्योंकि उन के ख़िलाफ़ भी कई इल्ज़ामात हैं, उन्हें भी मुस्ताफ़ी हो जाना चाहिए ।
दागदार वुज़रा और ओहदा दारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की बजाय चीफ़ मिनिस्टर उन्हें क़ानूनी इमदाद फ़राहम कर रहे हैं। उन्हों ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर बिलवासता तौर पर जगन के केस को कमज़ोर करने की हिक्मत-ए-अमली पर काम कर रहे हैं। उन्हों ने कहा कि पार्टी सदर सोनीया गांधी से मुतास्सिर होकर उन्हों ने बदउनवानीयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई थी, इस मुआमले में हौसलाअफ़्ज़ाई की बजाय उन्हें काबीना से बरतरफ़करदिया गया, ताहम इस से उन के हौसले पस्त नहीं बल्कि मज़ीद बुलंद हुए हैं। वो अबआज़ादाना तौर पर बदउनवानीयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं। वो कांग्रेस पार्टी के सिपाही हैं और पार्टी के इस्तिहकाम के लिए अपनी कोशिश जारी रखेंगी।