दीगलोर में अदालतों का क़ियाम

दीगलोर ३० जुलाई (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) दीगलोर डीवीज़‌न मुस्तक़र पर डिस्ट्रिक्ट सैशन कोर्ट और ज़िलई सीनीयर डीवीज़‌न दीवानी अदालत के क़ियाम के 40 साला अवामी मुतालिबा को अमली जामा पहनाने केलिए तहरीक में शिद्दत पैदा करने दीगलोर बार एसोसी एशन तमाम सयासी पार्टीयों के मुकम्मल तआवुन के साथ बीड़ा उठाया है जिस के सबब 16 जुलाई से अदालती कार्रवाई ठप हो कर रह गई है तमाम वुकला अदालत मुंसफ़ी के रोबर धरना देकर बैठे हुए हैं ।

रात देर गए मिस्टर राव साहेब अनिता पर कर ऐम एल ए हलक़ा असम्बली दीगलोर बतौर ख़ास मुंबई से बज़रीया तय्यारा हैदराबाद और वहां से दीगलोर पहुंच कर हड़ताली कैंप पहुंचे और ख़िताब करते हुए देरीना मुतालिबा को अमली जामा पहनाने केलिए वुकला के हड़ताल की भरपूर ताईद और इमदाद का तीक़न दिया ।

उन्हों ने दो शंबा को एक वफ़द मुंबई अपने साथ लेजाने और वहां पर वज़ीर-ए-आला मिस्टर पर थोरी राज चवान से बातचीत करने का ऐलान किया । सदर बार कौंसल एडीकीट इश्क़ो जाधव ने कहा कि आज के इस महंगाई के दौर में ताल्लुक़ा हज़ा के दौर दराज़ के रहने वाले देहातियों जैसे मानोर ,बीमरा ,वझरा , हने गावं की अवाम को दाद रसाई केलिए ज़िलई कोर्ट जाने केलिए 180 केलो मीटर का तवील सफ़र की सऊबतें बर्दाश्त करना मुहाल हो रहा है ।

मामूली केस के लिए ये ख़र्च उन की असताअत से बाहर बतलाया । बार एसोसी उष्ण के नायब सदर ऐडवोकेट क़ाज़ी वलाएत तहसीन ने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट के जदीदक़वाइद के मुताबिक़ वुकला की हड़ताल पर पाबंदी आइद है लेकिन अवाम की तकालीफ़चालिस साला दीराना मुतालिबा को लेकर तादीबी कार्रवाई की परवाह नहीं करते हुए ये हड़ताल कररहे हैं । सैक्रेटरी एसोसी उष्ण ने कहा कि हम को तमाम सयासी पार्टीयों और अवाम की ताईद हासिल है इस लिए जब तक कम अज़ कम लिंक कोर्ट की मंज़ूरी और ज़िलई दीवानी अदालत सीनियर डीवीज़‌न के क़ियाम का तीक़न नहीं मिलता ये हड़ताल जारी रहेगी ।

इस मौक़ा पर सीनीयर वक़्क़ा-ए-क़ाज़ी सय्यद मुहसिन ऐडवोकेट , हनुमंत राव अर्शे वार ,तरमबक जाधव ,अनकोशन देसाई ,वरखीनडे ,ऐडवोकेट क़ाज़ी एज़ाज़ परवेज़ ,ऐडवोकेट इनामदार ,असलम जैड अंसारी , साबिक़ सदर पी ऐस मिस्टर एरोनत राव ,सुरेश देसाई ,ऐडवोकेट कांबले ,डू निगली कर ,कल्याण राव देशपांडे वग़ैरा शहरयान-ओ-वुकला की बड़ी तादाद हाज़िर थी । पुलिस अनसपकरट मिस्टर हनुमंत राव पर अंडे ने बंद-ओ-बस्त रखा था ।