दोनों शहरों में आवारा कुत्तों की कसरत

हैदराबाद०६ अगस्त (सियासत न्यूज़) दोनों शहरों हैदराबाद-ओ-सिकंदराबाद में आवारा कुत्तों की कसरत रात के औक़ात में शहरीयों के लिए जान का जोखिम बनी हुई है। पुराने शहर के बेशतर इलाक़ों बिलख़सूस बारकस, चंदरायन गट्टा, हाफ़िज़ बाबा नगर, संतोष नगर, तालाब कटा, याक़ूत पूरा, मग़लप्पुरा, काला पत्थर में आवारा कुत्तों की कसरत के सबब हादिसात रौनुमा होरहे हैं जिस के सबब राहरूओं बिलख़सूस मोटर सैक़ल रानों की ज़िंदगी को शदीद ख़तरा लाहक़ ही। गुज़श्ता यौम बारकस पीली दरगाह सड़क पर एक नौजवान सड़क हादिसा का शिकार हुआ जिस की वजह से मोटर सैक़ल के आगे अचानक कुत्ते का आ जाना था।

इबराहीम बिन अबदुल्लाह बिन ताज ने बताया कि इन की मोटर सैक़ल के रूबरू अचानक कुत्ता आने से वो हादिसा का शिकार हुए हैं। इसी तरह इबतिदाई रमज़ानउल-मुबारक के अय्याम में चेतक पर सवार एक शख़्स पर रईतो बाज़ार फ़लक नुमा के क़रीब आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया जिस के सबब बौखला पिट का शिकार शख़्स फुटपाथ से जा टकराया और इस शख़्स के सर पर गह‌री चोट लगी।

सिकंदराबाद कनटोरनमनट, गौतम नगर, बेगम पेट, बाला नगर के रिहायशी इलाक़ों के मुताल्लिक़ भी इसी तरह कीशिकायात आम हैं कि आवारा कुत्तों की कसरत के सबब लोग हादिसात का शिकार हो रहे हैं और आवारा कुत्तों के गोल के हमलों के सबब बौखलाहट का शिकार बनने वाले अफ़रादसंगीन हादिसों का शिकार बन रहे हैं।

मजलिस बलदिया अज़ीम तर हैदराबाद को चाहीए कि वो फ़ौरी तौर पर हरकत में आते हुए आवारा कुत्तों की अफ़्ज़ाइश पर कंट्रोल के इक़दामात करे ताकि शहरीयों की ज़िंदगी के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाया जा सकी। पुराने शहर कीबेशतर सड़कों के स्टरीट लाइट्स की ग़ैर कारकर्दगी से भी इन आवारा कुत्तों के गोल को सड़कों पर जमा होने में कोई दुशवारी नहीं हो रही है और राहरू इन ख़तरात से बेख़बर अपनीमंज़िल की तरफ़ बढ़ते हैं लेकिन इस तरह के अचानक हमला ज़िंदगी के लिए ख़तरा साबित होसकते हैं।

पुराने शहर के अवाम के इलावा सिकंदराबाद के मकीनों ने भी मजलिस बलदिया अज़ीम तर हैदराबाद के ओहदेदारों से अपील की कि वो फ़ौरी हरकत में आते हुए आवारा कुत्तों को पकड़ने के इक़दामात करे चूँकि मौसिम-ए-बाराँ से शहर की सड़कों की हालत अबतर है और इस पर कुत्तों के हमले शहरियों को शदीद ख़तरात में मुबतला कर सकते हैं।