हैदराबाद 27 फरवरी :: जब ख़ुदावंद रीम अपने किसी बंदे को मिसाली शख़्सियत बनाना चाहता है तो ऐसा भी करम करता है कि एक बाप के साया से महरूम और ग़रीब माँ की आग़ोश में परवरिश पाने वाला दसवीं क्लास का तालिब-ए-इल्म सय्यद हुस्न अली अपनी ख़ुदादाद सलाहीयतों के ज़रीया अमरीका जैसे तरक़्क़ी याफ़ता मुल्क में एक साला तर्बीयती ट्रेनिंग के लिए मुंतख़ब होता है ।
इस बात का इन्किशाफ़ सुलतान उल-उलूम पब्लिक स्कूल फ़लक नुमा की गवर्निंग कौंसल के चेयरमैन मौलाना पैर शब्बीर नक़्शबंदी ने कल अपने सदारती ख़िताब में इस होनहार तालिब-ए-इल्म का तआरुफ़ कराते हुए किया ।
प्रिंसिपल स्कूल के बमूजब हुस्न अली शहर के एक इदारा कौवा आर्गेनाईज़ेशन के ज़ेर निगरानी जान कैंडी यूथ कल्चरल प्रोग्राम के तहत मुनाक़िदा मुक़ाबला में उस ग़रीब तालिब-ए-इल्म का इंतिख़ाब अमल में आया ।
चुनांचे ये लड़का बहुत जल्द सिफ़ारती तकमील के बाद अमरीका के लिए रवाना होगा । इस मौक़ा पर इस तालिब-ए-इल्म का सामईन ने ख़ैर मुक़द्दम किया और इनाम से भी नवाज़ा गया ।