हैदराबाद । २७ । जुलाई : ( सियासत न्यूज़ ) : रियास्ती हुकूमत बदउनवानीयों में मुलव्वस वुज़रा को काबीना से फ़ौरी तौर पर बरतरफ़ करे । रियास्ती हुकूमत की जानिब से सुप्रीम कोर्ट के ज़रीया नोटिस हासिल करने वाले वुज़रा की क़ानूनी इमदाद और बैरूनी ज़र-ए-मुबादला के मुआमला में ख़ाती क़रार पाए ।
रियास्ती वज़ीर मिस्टर के पार्था सारथी की अदम मुअत्तली इस बात का सबूत है कि रियास्ती हुकूमत बदउनवानीयों की पुश्तपनाही और बे क़ाईदगियों को फ़रोग़ देने में मसरूफ़ है । तेलगुदेशम क़ाइदीन मिस्टर के सिरी हरी , मिस्टर यम नरसमहलो और मिस्टर ईल रमना ने आज ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत के दौरान ये बात कही । मिस्टर कडीम सिरी हरी ने बताया कि रियास्ती वज़ीर ने अपना जुर्म क़बूल करते हुए अदालत की जानिब से आइद करदा भारी जुर्माना अदा किया है ।
इस के बावजूद हुकूमत की जानिब से उन के ख़िलाफ़ कार्रवाई ना किया जाना बाइस हैरत है । उन्हों ने कहा कि अगर चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी कुमलक के दस्तूर का थोड़ा भी पास-ओ-लिहाज़ है तो इस का एहतिराम करते हुए मुजरिम क़रार पाएवज़ीर को फ़ौरी तौर पर बरतरफ़ करें । मिस्टर कडीम सिरी हरी ने बताया कि मिस्टर के पार्था सारथी ने अपने इंतिख़ाबी हलफनामा में अपने इस ज़ेर दौरां मुक़द्दमा का कोई तज़किरा नहीं किया था और 2009 के पर्चा नामज़दगी में इस मुक़द्दमा को पोशीदा रखते हुए पर्चा नामज़दगी दाख़िल करते हुए अवाम को गुमराह किया था ।
उन्हों ने कहा कि इस तरह की मुजरिमाना हरकतों में मुलव्वस शख़्स को ओहदा वज़ारत पर बरक़रार रहने का कोई अख़लाक़ी हक़ हासिल नहीं है । मिस्टर कडीम सिरी हरी ने कहा कि रियास्ती हुकूमत एक ऐसे शख़्स को ओहदा वज़ारत पर फ़ाइज़ रखे हुए है जिसे इलैक्शन कमीशन 6 साल तक इंतिख़ाबात में हिस्सा लेने से रोक सकता है ।
उन्हों ने बताया कि बहुत जल्द तलगो देशम पार्टी क़ाइदीन गवर्नर से मुलाक़ात करते हुए उन से ख़ाहिश करेंगे कि वो चीफ़ मिनिस्टर को फ़ौरी हिदायात जारी करें कि बदउनवानीयों में मुलव्वस वुज़रा को काबीना से बरतरफ़ करे ।
मिस्टर ईल रमना ने बताया कि रियास्ती हुकूमत ने सुप्रीम कोर्ट की नज़र में ख़ाती तसव्वुर क़रार पाने वाले वुज़रा को क़ानूनी इमदाद की फ़राहमी का ऐलान करते हुए ये साबित कर दिया कि हुकूमत बदउनवानीयों के ख़ातमा के हक़ में नहीं है ।