बरसात में यौमिया दो बार कचरे की निकासी-ओ-मच्छर कश अदवियात के छिड़काओ का अवाम का मुतालिबा

हैदराबाद ०५सितंबर (सियासत न्यूज़) एक ऐसे वक़्त जबकि मौसम बरसात जारी ही, शहर के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर कचरे की कुंडियों से यौमिया दोबार कचरे की निकासी और कम अज़कम रिहायशी इलाकोंमें मच्छर कश अदवियात का छिड़काओ इंतिहाई ज़रूरी होगया ही।मौसम बरसात की आमद के बाद शहरीयों की परेशानी और शिकायात के बाद कमिशनर बलदिया कृष्णा बाबू ने तमाम ज़ोनल कमिशनर उन को हिदायत दी थी कि मौसम बरसात में ख़ुसूसी तौर पर कचरे की निकासी की निगरानी करें

ओरिजिन मुक़ामात पर डंपर बंस नहीं है वहां से कचरे की तरजीही तौर पर सफ़ाई अमल में लाई जाई। कमिशनर बलदिया ने महिकमा हिफ़्ज़ान-ए-सेहत के आली ओहदेदारों को पाबंद किया था कि अगर कोई गत्ता दार नालों की साफ़ सफ़ाई और उसकी निकासी के मुआहिदे पर अमल आवरी में नाकाम हो जाय तो उन्हें ब्लैकलिस्ट करदिया जाय ताकि बलदिया की जानिब से दुबारा उन्हें कोई प्राजैक्ट ना मिल सके ।कमिशनर के इन अहकाम का अवाम ने ख़ैर मुक़द्दम किया था , मगर शहर के अक्सर मुक़ामात पर इस अहकाम पर अमल आवरी नहीं की गई ,जिस से मसला जूं का तूं मौजू रबर क़रार रहा और कमिशनर की हिदायत पर ना ही ज़ोनल कमिशनर एन ने अमल किया और ना लापरवाह गत्ता दारों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई की गई ।

अवाम का कहना है कि मौसम बरसात के पेशे नज़र यौमिया दो शिफ्टों में कचरे की निकासी का इंतिज़ाम करे और मच्छर कश अदवियात के छिड़काओ को यक़ीनी बनाईं तो अवाम के हक़ में बहुत बेहतर होगा।अवाम का कहना है कि आम तौर मुताल्लिक़ा महिकमा के आली अहदीदरा हिफ़्ज़ान-ए-सेहत के हवाले से अवामी मुफ़ाद में ऐलानात तो कुरद यते हींमगर ऐलान के मुताबिक़ काम होरहा है या नहीं उस की निगरानी नहीं की जाती,इस बे अमली के नतीजे में मसला जूं का तूं बरक़रार रहता है और अवाम को ख़ातिर ख़ाह राहत नहीं मिल पाती।

अवाम का कहना हीका तमाम मुफ़व्विज़ा कामों की निगरानी केलिए एरिया वाइज़ सूपरवाइज़र की शक्ल में निगरान कार मुक़र्रर किया जाय तो किसी हद तक मसाइल हल होने की तवक़्क़ो की जा सकती है । अवाम ने कहा कि ख़ास कर बारिश की सूरत में कचरे कुंडी से इंतिहाई ख़राब बदबू और ताफ़्फ़ुन उठता रहता है ।

ख़ासकर अवामी मुक़ामात पर कचरे की घंटों मौजूद गी से ख़वातीन ,बच्चों-ओ-बुज़ुर्गों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है और इसी कचरा कुंडी के क़रीब से मासूम बच्चे स्कूल आते जाते हैं , बे शुमार मर यज़ों की बग़रज़ ईलाज आमद-ओ-रफ़त होती रहती है , लोग अपनी ज़रूरीयात के तहत यहां से गुज़रते हैं ।

इस तरह अवाम की एक कसीर तादाद को इन कचरे की कुंडी की वजह से ज़हनी और जिस्मानी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है । मुक़ामी ज़राए के मुताबिक़ तालाब कटा ,ईदी बाज़ार , संतोष नगर, हाफ़िज़ बाबा नगर, चंदरायन गट्टा ,हाशिम आबाद ,जहॉ ंनमा काले पत्थर ,ताड़बन वटे पली बी का चशमा मुस्तफ़ा नगर , हुस्न नगर, दूध बाओली, पुराना पुल,,आसिफ़ नगर झुर्रा ,मंगल हॉट जैसे इलाक़ों में कचरे की कुंडियां उबल कर बिखर जाती हैं

,इस पर सितम बालाए सितम ये कि बारिश की सूरत में ना सिर्फ बदबू -ओ-ताफ़्फ़ुन में इज़ाफ़ा होताहै बल्कि मच्छरों की अफ़्ज़ाइश होने लगती है ।इसलिए अवाम का कहना है कि बरसात भर हरदन अगर दो शिफ्टों में कचरे की निकासी अमल में लाई जाय तो अवाम को ज़्यादा दुशवारी पेश नहीं आऐगी और गंदगी या मच्छर की वजहा से होने वाली बीमारीयों में भी कमी दर्ज की जाएगी