हैदराबाद ।०३ अगस्त : ( सियासत न्यूज़ ) : बेगम बाज़ार पुलिस ट्रांसपोर्ट क्वार्टर्स लाईन के क़रीब दरगाह के वजूद को ख़तरा से मुताल्लिक़ रोज़नामा सियासत मौरर्ख़ा 2 अगस्त सफ़ा नंबर 9 पर नुमाइंदा ख़ुसूसी की रिपोर्ट की इशाअत पर श्री मल्या पा कुशी मठ महा निकाली फाईव टेम्प्लस के ज़िम्मेदारों ने आज दफ़्तर सियासत से रुजू होकर इस बात की वज़ाहत की कि यहां की दरगाह को कोई ख़तरा लाहक़ नहीं है बल्कि वो ख़ुद एहतिराम-ओ-अक़ीदत के साथ उस की हिफ़ाज़त कर रहे हैं ।
मठ के ज़िम्मेदारों ने मज़ीद बताया कि कई दहों से मंदिर के अहाता में मक्खन पुर निज़द वाक़्य कानपूर की एक दरगाह शरीफ़ से बसद एहतिराम-ओ-अक़ीदत चंद तबर्रुकात यहां लाकर रखें गईं थीं
जिस का वो काफ़ी एहतिराम करते हैं । मंदिर की अराज़ी से मुत्तसिल एक मुक़ाम इस के लिए मुख़तस किया गया है जहां पर आर्या का टीका समाज तबक़ा के अफ़राद ( बकरा क़स्साब ) ( गोश्त के ताजिर ) हमेशा इस यादगार मुक़ाम पर नयाज़-ओ-मिन्नत मांगते हैं जिस से उन्हें ना सिर्फ लगाव है बल्कि अक़ीदा भी है । समाज के मुख़्तलिफ़ अफ़राद ने मज़ीद बताया कि इसमुक़ाम की देख भाल किसी मुस्लमान की जानिब से नहीं की जाती बल्कि वो ख़ुद हर काम के आग़ाज़ से क़बल पाक-ओ-साफ़ हो कर एहतरामन गुलहाए अक़ीदत पेश करते हैं ।
इस के इलावा समाज के तबक़ा की शादी ब्याह और दीगर तक़ारीब के मौक़ा पर यहां हाज़िरीदेते हैं । यहां पर मज़ार की तरह एक यादगार मुक़ाम बनाकर एक शैड भी उन की जानिबसे डाला गया । मुस्तक़बिल में इस को मज़ीद तरक़्क़ी देने की तजवीज़ है । दफ़्तर सियासत से रुजू होने वाले अफ़राद में समाज के बुज़ुर्ग अफ़राद ने बताया कि इन के आबा-ओ-अजदाद के दौर से यहां ये यादगार मौजूद है तब से आज तक यहां कोई तनाज़ा पैदा नहीं हुआ है । उन्हों ने मज़ीद बताया कि हर साल जमादी उलअव्वल की 16 तारीख़ कोसंदल मुबारक और 17 तारीख़ को चिराग़ां का एहतिमाम भी उन्ही की तरफ़ से किया जाता है । जिस में उन के तबक़ा के तमाम अफ़राद अक़ीदत के साथ शिरकत करते हैं ।
उन्हों ने मज़ीद बताया कि मंदिर का अहाता जुमला 764.7 मुरब्बा गज़ अराज़ी पर मुश्तमिल है जिस को महिकमा इंडो मिनट में 29 जुलाई 1988 को रजिस्टर्ड करवाया गया । उन्हों नेमज़ीद बताया कि इस मुक़ाम पर हमेशा गंगा जमुना तहज़ीब की मिसाल क़ायम है । इन का कहना है कि मज़कूरा अराज़ी को साल 1967 में अंडर सैक्शन 43 दफ़ा के तहत रजिस्ट्रेशन करवाया गया ।
जिस के दस्तावेज़ी सबूत को भी उन्हों ने पेश किया । इस वफ़दमें शामिल अफ़राद में के नर्सिंग राव पुजारी सदर मंदिर के इलावा मसरस चौधरी नर्सिंग राव , के दशरथ चौधरी , पी शंकर राव , डी गोपाल , पी ग्यानेश्वर , एम शंकर जी , एमभिगोता और टी सरीनवास और दीगर शामिल थे ।।