बेरोज़गार मुस्लिम नौजवानों को रोज़गार फ़राहम करने का मुतालिबा(मांग‌)

हैदराबाद ।19 मार्च : ( सियासत न्यूज़ ) : सदर रियास्ती जमईता अलालमा-ए-ओ- रुकन क़ानूनसाज़ कौंसल हाफ़िज़ पैर शब्बीर अहमद ने अक़ल्लीयती बजट में इज़ाफ़ा करने का ख़ैर मुक़द्दम करते हुए मंज़ूर करदा बजट को मुकम्मल इस्तिमाल करने के लिए ख़ुसूसी निगरानी रखने का चीफ़ मिनिस्टर से मुतालिबा(मांग‌) किया और बेरोज़गार मुस्लिम नौजवानों को रोज़गार फ़राहम करने के लिए ज़रूरी इक़दामात करने का हुकूमत से मुतालिबा(मांग‌) किया ।

उन्हों ने कहा कि अक़ल्लीयती बजट में काबुल लिहाज़ इज़ाफ़ा किया गया है जिस का जमईता अलालमा-ए-ख़ैर मुक़द्दम करती है । सिर्फ़ बजट में इज़ाफ़ा करना काफ़ी नहीं है बल्कि महिकमा अक़ल्लीयत बहबूद के तमाम डिपार्टमैंट्स को पाबंद करना ज़रूरी है कि वो मंज़ूर करदा बजट को इस्तिमाल करने के लिए अमली इक़दामात करें ।

गुज़शता साल जो अक़ल्लीयती बजट मंज़ूर हुआ था इस में तक़रीबन 100 करोड़ रुपय अभी जारी नहीं हुए हैं वो उम्मीद करते हैं कि मालीयाती साल के इख़तताम से क़बल माबाक़ी फ़ंडज़ भी जारी होजाएंगे । उन्हों ने कहा कि जिस तरह एससी एसटी सब प्लान पर अमल आवरी के लिए चीफ़ मिनिस्टर की क़ियादत में कमेटी तशकील दी गई है ।

इस तरह अक़ल्लीयती बजट की मुकम्मल इजराई और फ़लाही असकीमात पर अमल आवरी के लिए चीफ़ मिनिस्टर को उस की निगरानी करना चाहीए ।

या वो अपनी क़ियादत में अक़ल्लीयती बहबूद की कारकर्दगी का जायज़ा लेने के लिए एक अलहदा कमेटी तशकील दें । पुराने शहर की पसमांदगी और छोटे ब्योपारी मुस्लमानों के मसाइल को हल करने और उन्हें रोज़गार के मवाक़े फ़राहम करने के लिए क़र्ज़ा जात जारी किए जाएं ।

उन्हों ने कहा कि जमईता अलालमा-ए-मुस्लमानों के मसाइल के लिए भी अपनी तहरीक को जारी रखेगी । मुस्लमानों के मसाइल पर आवाज़ उठाने के मुआमले में वो कभी कोई समझौता नहीं करेंगे ।।