हैदराबाद २२। सितंबर : तंज़ीम इंसाफ़ ने मर्कज़ की जानिब से मआशी इस्लाही इक़दामात के नाम पर बैरूनी रास्त सरमाया कारी के दरवाज़े खोलदईए जाने की सख़्त मुज़म्मत करते हुए कहा कि ऐसा महसूस होता है कि कांग्रेस अपनी मीयाद की तकमील के रास्ता ढूंढ रही है । वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह अमरीका और वर्ल्ड बंक की पालिसीयों के सहार है हिंदूस्तान को जीने पर मजबूर कररहे हैं ।
अफ़सोसनाक पहलू ये है कि मंसूबा बंदी कमीशन भी हुकूमत को बैरूनी अफ़राद के दाख़िला की राह हमवार करने पर लगा हुआ है । ऐसे में हिंदुस्तानी ताजिरों के साथ साथ अवाम को भी इस का ख़मयाज़ा भुगतने पर मजबूर होना पड़ रहा है ।
तंज़ीम इंसाफ़ के क़ाइदीन जनाब सय्यद अली उद्दीन अहमद , जनाब मीर मक़सूद अली , जनाब सय्यद हमीद उद्दीन अहमद महमूद ने कहा कि हुकूमत को होश में आजाना चाहीए वर्ना दीगर ममालिक की तरह हिंदूस्तान में भी ख़ामोश इन्क़िलाब जन्म लेगा । ।