हैदराबाद ।03नवंबर:तारीख़ी चारमीनार के दामन में गै़रक़ानूनी मंदिर में शहर के हालात कशीदा होने के बावजूद ख़ुसूसी पूजापाट की पुलिस इंतिज़ामीया की जानिब से इजाज़त देना और सैंकड़ों की तादाद में शरपसंद अनासिर का जमा होना इस बात को वाज़िह करता है कि शहर के पुरअमन माहौल की फ़िज़ा-ए-को मुकद्दर करने की कोशिशों को पुलिस तक़वियत(बल/ज़ोर) पहुंचा रही ही।
इन ख़्यालात का इज़हार कारपूरीटर एमबी टी अमजद उल्लाह ख़ान ख़ालिद ने चारमीनार, मग़लपोरा, कोटला आलीजाह, ख़लवत, शाह अली बंडा के इलावा अतराफ़ का जायज़ा लेने के बाद मीडीया से बातचीत करते हुए किया। अमजद उल्लाह ख़ान ख़ालिद ने कहा कि पुलिस एक जानिब हिंदूतवा ताक़तों को प्रवान चढ़ाने की ग़रज़ से मंसूबा बंद साज़िश के तहत सैंकड़ों की तादाद में अक्सरीयती तबक़ा को चारमीनार मंदिर के पास जमा करने में मसरूफ़ है तो दूसरी जानिब मसलियान मक्का मस्जिद जो शहर के मौजूदा हालात पर पुलिस और नाम निहाद क़ियादत के ख़िलाफ़ पुरअमन एहतिजाज(वाद विवाद) करने की कोशिश पर, ना सिर्फ़ नाम निहाद क़ियादत का दावा करने वाले क़ाइदीन बल्कि पुलिस ने मसलियान मक्का मस्जिद को ज़द्द-ओ-कूब का निशाना बनाते हुए उन्हें एहतिजाज (वाद विवाद)का मौक़ा फ़राहम नहीं किया।
उन्हों ने कहा कि शहर हैदराबाद का मुस्लमान बाशऊर होचुका है चुनांचे वो बेहतर तौर पर जानता है कि इस का रहबर-ओ-रहज़न कौन ही। उन्हों ने सिटी कमिशनर पुलिस से मुतालिबा किया कि वो फ़िलफ़ौर इन ख़ातियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें जो अक़ल्लीयतों बिलख़सूस मुस्लमानों को निशाना बनाते हुए अपनी शर पसंदाना सरगर्मीयों को जारी रखे हैं। उन्हों ने बताया कि पुराना शहर के दौरा के मौक़ा पर मुस्लमानों ने मरहूम ग़ाज़ी मिल्लत अल्हाज मुहम्मद अमान उल्लाह ख़ान को याद करते हुए कहा कि अगर आज ग़ाज़ी मिल्लत बक़ैद हयात होते तो उन्हें ये दिन देखना नहीं पड़ता ।
अमजद उल्लाह ख़ान ख़ालिद ने कहा कि अगर कांग्रेस हुकूमत और नाम निहाद क़ियादत की मिली भगत के ज़रीया पुलिस मज़ालिम मुस्लमानों पर जारी रहेंगे या फिर यकतरफ़ा कार्यवाहीयां अंजाम दी जाएंगी तो एमबी टी ख़ामोश नहीं रहेगी बल्कि ईंट का जवाब पत्थर से देगी।