मल‌क पेट में ग्रांड बावर्ची की हलीम सब की पसंदीदा

हैदराबाद मोतीयों का शहर होने के साथ साथ होटलों और रेस्तोरानों का शहर भी ही। हैदराबाद के ज़ाइक़ादार और लज़ीद पकवानों के शावक अवाम दिल खोल कर होटलों और रेस्तोरानों की सरपरस्ती और हौसलाअफ़्ज़ाई करते हैं। लेकिन वही होटल या रैस्टोरैंट कामयाब होता है जो अवाम के ज़ौक़ की तसकीन करसके और उन के मयार की कसौटी पर खरा उतर सकी।

अवाम की ख़िदमत में लज़ीज़ और मयारी पकवान पेश करने केलिए तजुर्बा और ख़ुलूस-ए-नीयत भी ज़रूरी ही। ख़ुलूस-ए-नीयत तजुर्बा मेहनत और लगन होतो अल्लाह ताला की मदद भी शामिल हाल होती ही। अल्लाह ताला रज़्ज़ाक़-ओ-रहीम है और हर बंदे को इस के मुक़द्दर का रिज़्क पहुंचाता है।

इसी अज़म के साथ ग्रांड बावर्ची रसटोरनट टी वी टावर ( मुलक पेट ) के दामन में अपने ग्राहकों की गुज़श्ता 8साल से इतमीनान बख़श ख़िदमत अंजाम दे रहा है। जनाब हुस्न बनसालिम ने 2004 -ए-में टी वी टावर मुलक पेट (मूसा रामबाग चौराहा ) पर ग्रांड बावर्ची होटल क़ायम किया और इस दिन से आज तक गुज़श्ता आठ साल से पकवानों की शख़्सीनिगरानी करते और दिलचस्पी लेते हैं। माह रमज़ान की ख़ुसूसी डिश हलीम है ये लज़ीज़ ज़ाएक़ादार डिश होने के साथ साथ रोज़ा दारों केलिए एक मुक़व्वी ग़िज़ा भी है और उन्हें दुबारा तर-ओ-ताज़ा करदेती ही। मयारी उम्दा शरबती गेहूं बेहतरीन पोटले के गोश्त औरख़ालिस उम्दा मसालों से तैय्यार की जाने वाली ग्रांड बावर्ची रसटोरनट ये हलीम आज हर एक की पसंद बन गई है और शहर भर की हलीमों में नुमायां और मुनफ़रद हैसियत रखती ही।

ना सिर्फ म‌लक पेट-ओ-अतराफ़-ओ-अकनाफ़ बल्कि नए-ओ-पुराने शहर से भी लोग किसी तरह वक़्त निकाल कर यहां हलीम खाने केलिए आरहे हैं। जब कोई एक बार ग्रांड बावर्ची रसटोरनट की हलीम खाता है उसे वो इस क़दर पसंद आती है कि अगली बार वो अपने साथीयों दोस्त अहबाब के साथ ज़रूर आता ही घर केलिए पार्सल भी ले जाता ही।

इस के इलावा यहां की दूसरी डशस मटन-ओ-चिकन बिरयानी फ़ैमिली पयाक जंबो पयाक डबल गोश्त बिरयानी मटन-ओ-चिकन मसाला कड़ाई मटन चिकन बटर चिकन वग़ैरा के इलावा नाशतादान मैं खिचड़ी खट्टा गर्दा भाजी भेजा मसाला वग़ैरा जैसे लज़ीज़-ओ-ज़ाइक़ादार ग़िज़ाएं अवाम को बेहद पसंद आती हैं। साफ़ सुथरा AC माहौल अलहदा फ़ैमिली सैक्शन ख़ुशअख़लाक़ स्टाफ़ तेज़ सर्विस ख़ुसूसी पार्सल सर्विस इस रसटोरनट की ख़ुसूसीयात में शामिल हैं।

अब जनाब मुख़तार पाशाह ने मालिक होटल जनाब हुस्न बन सालिम कीबेशतर ज़िम्मेदारीयां सँभाल ली हैं और उन्हें राहत फ़राहम की ही। अब वो भी ख़ुसूसी दिलचस्पी और शख़्सी निगरानी में तमाम डशीस तैय्यार करवाते हैं। जनाब हुस्न बनसालिम और जनाब मुख़तार पाशाह की ख़ुसूसीयत ये है कि वो लज़ीज़ गिज़ाओ की तैय्यारी में मयार के मुआमले में कोई समझौता नहीं करती। मयार जितना अच्छा होगा डिश भी उतनी ही लज़ीज़ बनेगी और गाहक पसंद करेंगी।

हलीम रोज़ाना 4 बजे से तैय्यार मिलती है जिस केलिए भी पार्सल का ख़ुसूसी नज़म ही। जनाब हुस्न बन सालिम परोप्राइटर ने बताया कि हमारे तमाम डशस का वही अच्छा मयारलज़ीज़ ज़ायक़ा आज भी बरक़रार है और इंशाअल्लाह आगे भी रहेगा।

ग्रांड बावर्ची रसटोरनट की ग़िज़ाएं खाने वालों को इस क़दर पसंद आती हैं कि लोग अपनी हर छोटी बड़ी तक़रीबमें केटरिंग केलिए ग्रांड बावर्ची रसटोरनट से रुजू हो रहे हैं।

इस तरह होटल के साथ साथ अब ग्रांड बावर्ची रसटोरनट की केटरिंग सर्विस भी बेहद मक़बूल होरही ही। जनाब हुस्न बनसालिम मालिक ग्रांड बावर्ची रसटोरनट मलक‌ पेट से केटरिंग के लिए फ़ोन : 9849141853 पर राब्ता पैदा किया जा सकता है।