हैदराबाद २१जुलाई ( सियासत न्यूज़ ) कहावत मशहूर है कि डायन भी अपने घर से दो घर छोड़कर कहर ढाती है और अपने ज़ुलम का असर दिखाती है । लेकिन एक माँ ने आज कहावत को ग़लत साबित करदिया और ज़ुलम की दुनिया में एक नई दास्तान रक़म करदी जिस ने अपनी ज़ाती ख़ुशी और नफ़सियाती ख़ाहिश को पूरा करने केलिए अपनी दोनों कमसिन लड़कीयों का बेदर्दाना अंदाज़ से क़तल कर दिया ।
इस बात का इन्किशाफ़ पुलिस ने अपनी तहक़ीक़ात में किया है और अंदरून 24 घंटे दो कमसिन बहनों के क़तल के मुअम्माको हल करते हुए डायन सिफ़त माँ को गिरफ़्तार करलिया । याद रहे कि गुज़शता रोज़ अड्डा गट्टा के इलाक़ा में दो कमसिन बहनों 4 साला समरीन और 2 साला महक को गलाघूँट कर क़त्ल कर दिया गया था ।
तुकाराम गेट पुलिस इस ख़सूस में क़तल का मुक़द्दमादर्ज करते हुए तहक़याक़त का आग़ाज़ किया था । पुलिस ने अंदरून 24 घंटे इस क़तल केमुअम्मा को हल करदिया । डिप्टी कमिशनर आफ़ पुलिस नॉर्थ ज़ोन मिस्टर सी ऐच सुर्यकांत के मुताबिक़ 17 जुलाई की शाम 5 बजे जब बच्चे घर में गड़बड़ कर रहे थे तबयाक़ूब पाशाह की बीवी समीना फ़ौरी ब्रहम हो गई । अपनी दोनों कमसिन लड़कियों का गलाघूँट कर क़तल कर दिया ।
जिस के बाद इस ने दोनों लड़कीयों को लिटा दिया और घर में रखे जे़वरात 6 लाख 5 हज़ार मालियती जे़वरात का सरका करलिया और उन जे़वरात को सूटकेस में महफ़ूज़ करदिया । इस के बाद इस संग दिल डायन सिफ़त माँ ने अपनी दोनों लड़कीयों को नाश को एक के बाज़ू एक डाल दिया और उन के गले पर कपड़ा लपेट दिया ताकि अफ़राद ख़ानदान को ये बावर करवा सके कि किसी अंजान ने घर में घुस कर ये क़तल की वारदात अंजाम दी जिस के बाद इस ने रोना शुरू कर दिया ।
कमरे में काफ़ी देर तक ख़ामोश अपनी पौत्रियों की आवाज़-ओ-हलचल ना देख कर फ़िक्रमंद दादी ने आवाज़ लगाई जिस के साथ ही इस डायन ने रोना शुरू करदिया । याक़ूब की वालिदा की शिकायत पर पुलिस ने मुक़द्दमा दर्ज करते हुए तहक़ीक़ात का आग़ाज़ किया था । ताहम बावसूक़ ज़राए के मुताबिक़ पुलिस ने जिस की तसदीक़ नहीं की ।
समीना की जानिब से अपनी बेटीयों की क़तल की वजूहात मंज़रे आम पर आना बाक़ी है । वजूहात किया होसकती हैं । इस का अंदाज़ा लगाना मुश्किल हैं ? नाजायज़ ताल्लुक़ात ? या फिर शादी के बाद भी आशिक़ का चक्क्र या फिर शौहर-ओ-ससुराल रिश्तेदारों से बदला लेने की कोशिश ? ताहम मुस्लिम समाज में पेश आए इस वाक़िया ने समाज को सर मुशार करने में कोई कसर बाक़ी ना रखा ।