हैदराबाद२८जुलाई : ( सियासत न्यूज़ ) ।हिंदूस्तान के बिशमोल दुनिया भर में मुस्लमानों को धशत गर्द के नाम पर निशाना बनाते हुए मज़हब इस्लाम को बदनाम करने की मज़मूम कोशिशें की जा रही है जबकि हिंदूस्तान में दलित और पसमांदा तबक़ात को माओनवाज़ों के नाम पर क़त्ल किया जा रहा है ।
मारूफ़ दलित क़ाइद जे बी राजू एससी एसटी बी सी और मुस्लिम फ्रंट की जानिब से मियांमार मुस्लिम नसल कुशी के ख़िलाफ़ मुनाक़िद प्रैस कान्फ़्रैंस से उन ख़्यालात का इज़हार कररहे थे । उन्हों ने कहाकि मियांमार में जहॉ मप्र मुनज़्ज़म अंदाज़ में मुस्लमानों को निशाना बनाया जा रहा है और उन की शनाख़्तको ख़तन करने की कोशिश की जा रही है । इस क़तल-ए-आम नसल कुशी पर आलमीअमन बर्दारी ख़ामोश रवैय्या इख़तियार किए हुए जो काबिल-ए-मुज़म्मत है ।
जे बी राजू ने हकूमत-ए-हिन्द के ख़ामोश रवैय्या पर भी शदीद ब्रहमी ज़ाहिर की और कहाकि हिंदूस्तान में भी मुस्लमानों की बीस करोड़ से ज़ाइद आबादी है जिन के जज़बात और एहसासात का एहतिराम हकूमत-ए-हिन्द पर लाज़िमी है । उन्होंने कहाकि हिंदूस्तानी मुस्लमानों केजज़बात को मल्हूज़ रखते हुए हकूमत-ए-हिन्द पर ये ज़िम्मेदारी आइद होती है कि वो अपनी ख़ामोशी को ख़तन करते हुए बर्मा हुकूमत पर दबाव डाले ताकि मियांमार में जारी मुस्लमानों की नसल कुशी को रोका जा सके ।
उन्होंने हकूमत-ए-हिन्द से मुतालिबा किया कि वो बर्मा से अपने सिफ़ारती ताल्लुक़ात मुनक़ते करले और बर्मा केलिए ऐलान करदाइमदाद को रो कुदिया जाय । उन्हों ने वज़ीर-ए-ख़ारजा से मियांमार का दौरा करते हुए वहां के मुतास्सिरा मुस्लमानों मुलाक़ात करने का भी मुतालिबा किया है।
प्रोफ़ैसर अनवर ख़ान ने कहाकि बुध मत अमन का पैग़ाम देने वालों का मज़हब है मगर बुद्धिस्टों ने मियांमार में मुस्लमानों पर क़ियामत बरपा की है वो सारी इंसानियत केलिए बाइस-ए-शर्म है उन्होंने कहाकि मासूम बच्ची औरतें और मुअम्मर मुस्लमान दंगायों का निशाना बने हैं और सैंकड़ों बेसर-ओ-सामानी के आलम में अपने वतन को छोड़ पड़ोसी ममालिक में पनाह लेने कोतर्जीह दे रहे हैं मगर पड़ोसी ममालिक बिलख़सूस बंगला देश की अफ़्वाज उन्हें अपनी सरहदमें दाख़िल होने से रोक रही है
।उन्होंने मियांमार मुस्लिम नसल कुशी पर अक़वाम-ए-मुत्तहिदा अमरीका के बिशमोल इस्लामी ममालिक की मुजरिमाना ख़ामोशी पर ताज्जुब का इज़हार किया है और मियांमार वाक़ियात को नशर करने में बैन-उल-अक़वामी ज़राएइबलाग़ के किरदार पर भी उन्होंने तास्सुफ़ का इज़हार किया ।
सना उल्लाह ख़ान कनोनीर फ्रंट ने आख़िर में हकूमत-ए-हिन्द से मुतालिबा करते हुए बर्मा से सिफ़ारती ताल्लुक़ात मुनक़ते कर लेने की क़रारदाद पेश की उन्हों ने बर्मा के लिए मालना इमदादी पिया कज को भी मंसूख़ करने और बर्मा से हिंदूस्तानी सिफ़ारती अमले की फ़ौरी वापसी का पेश करदा क़रारदाद के ज़रीया मुतालिबा किया ।
उन्हों ने फ्रंट की जानिब से गवर्नर आंधरा प्रदेश से मुलाक़ात करते हुए मियांमार के मुताल्लिक़ यादवा शत पेश करने का भी ऐलान किया।सीयल याद गेरी लईक अली ऐस डबीलोडी ईवाई ना रावना स्वामी गुरूदेव गौड़ मुजाहिद हाश्मी साजिद ख़ान अज़ीज़ अहमद एजाज़के इलावा दीगर मौजूद थी।