मुंबई में आसाम और बर्मा के मुस्लमानों की ताईद (सहायता) की मुदाफ़अत(बचाव)

हैदराबाद १३ अगस्त: कांग्रेस के सीनीयर क़ाइद-ओ-नायब सदर ग्रेटर हैदराबाद कांग्रेस कमेटी नवाब हैदर अली ख़ां उर्फ़ हैदर बिन यूसुफ़ मसक़ती ने मियांमार और आसाम के मुस्लिम कश फ़सादाद की सख़्त अलफ़ाज़ में मुज़म्मत की और कहाकि जब मुस्लमान इस के ख़िलाफ़ एहतिजाज करते हैं तो नहत्ते मुस्लमानों पर फायरिंग और लाठी चार्ज करके मौत के घाट उतार दिया जाता ही। उन्हों ने मुस्लिम कश फ़सादाद के ख़िलाफ़ जुनूबी मुंबई के आज़ाद मैदान में एहितजाजी धरने के दौरान महा पालीका मार्ग पर तशद्दुद, पुलिस लाठी चार्ज और आँसू गैस के इस्तिमाल के बाद पुलिस फायरिंग के सबब दो मुस्लिम नौजवानों की हलाकत पर इज़हार तास्सुफ़ करते हुए कहाकि पुलिस की नाएहली और नाकामी के बाइस इस तरह का तशद्दुद फूट पड़ा ही।

जबकि ज़ालिम और बे ज़मीर इंसान मियांमार और आसाम के मुस्लमानों पर ज़ुलम-ओ-बरबरीयत करते हुए पहाड़ तोड़ रहे हैं और मुस्लमानों को चुन चुन कर निशाना बनाया जा रहा है जिस के बाइस मियांमार और आसाम के मुस्लमान बे यार-ओ-मददगार होकर अपने अहल-ओ-अयाल और माल जायदाद और असासा जात को छोड़कर इधर उधर महफ़ूज़ मुक़ामात की तलाश करते भूक-ओ-प्यास के आलम में बेसहारा और सर्व सामानी के आलम में परेशान हाल हैं।

ऐसे में जनाब हैदर अली ने हुकूमत महाराष्ट्रा से इस्तिफ़सार किया कि क्या इस के ख़िलाफ़ जमहूरी अंदाज़ में पुरअमन एहतिजाज बुलंद करना कोई ग़लती ही। उन्हों ने कहा कि मुश्तइल नौजवानों के जज़बात का ख़्याल रखते हुए पुलिस सब्र-ओ-तहम्मुल का मुज़ाहरा करसकती थी लेकिन ऐसा नहीं करसकी जिस से हालात मज़ीद ख़राब होगई। नवाब हैदर अली ख़ां ने हुकूमत महाराष्ट्रा से ख़ाहिश की कि वो मुस्लमानों के जज़बात का लिहाज़ रख कर आसाम के तशद्दुद पर क़ाबू पाने के लिए मर्कज़ी हुकूमत पर मुदाख़िलत के लिए दबाओ बढ़ाईं और जुनूबी मुंबई में पेश आए तशद्दुद की आला सतही तहक़ीक़ात करवाईं ताकि पुलिस की नाएहली मंज़रे आम पर आ सकी।