मुत्तहदा रियासत में आनधराई हुकमरानों से तेलंगाना अवाम का इस्तिहसाल

हैदराबाद ।१०जुलाई । ( सियासत न्यूज़ ) । मुत्तहदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम के साथ ही आनधराई हुकमरानों की जानिब से तेलंगाना के आबी वसाइल का मुनज़्ज़म अंदाज़ में इस्तिहसाल शुरू होगया था जो बाद में ख़ित्ता तेलंगाना की ज़रख़ेज़ आराज़ीयात की तबाही और ख़ित्ता तलंगाना को पीने के पानी की शदीद क़िल्लत से दो-चार होना पड़ा है ।

तेलंगाना को आर्डिनेशन कमेटी की जानिब से मुनाक़िदा प्रैस कान्फ़्रैंस के दौरान मुख़्तलिफ़ शोबा-ए-हियात से ताल्लुक़ रखने वाले दानिश्वर एन-ए-तलंगाना इन ख़्यालात का इज़हार कररहे थी।चीर मन टी सी सी डाक्टर गोपाल किशन सदर नशीन मूमैंट फ़ारपीस ऐंड जस्टिस मौलाना हामिद मुहम्मद ख़ान रिटायर्ड चीफ़ अनजीनरस वे परभाकर राओवे वेंकट रेड्डी हाईकोर्ट ऐडवोकेट ज्योति करण के इलावा दीगर भी इस मौक़ा पर मौजूद थी। वे प्रभाकर ने कहाकि नागर जना सागर की अक़ल्ल तरीन सतह आब 525 की बरक़रारी के लिए 1990मैं रियास्ती हुकूमत ने एक जी ओ जारी किया ।

मगर मुताल्लिक़ा महिकमा ने मज़कूरा अहकामात को यकसर नज़रअंदाज करते हुए नागर जना सागर की अक़ल्ल तरीन सतह आब की बरक़रारी में संजीदगी का मुज़ाहरा नहीं किया जिस के सबब सतह आब में ना सिर्फ कमी पेश आई बल्कि ख़ित्ता तलंगाना को नागर जना सागर से पीने के पानी की सरबराही भी शदीद मुतास्सिर हुई है।

उन्हों ने ख़ित्ता तेलंगाना में पीने के पानी की मूसिर सरबराही को पहले तर्जीह देने का हुकूमत से मुतालिबा करते हुए कहाकि नागर जना सागर की अक़ल्ल तरीन सतह आब में कमी के सबब शहर हैदराबाद भी पानी की क़िल्लत से दो-चार हो गया है और मुस्तक़बिल में पानी की शदीद क़िल्लत का सामना शहरियों का करना पड़ेगा।

मौलाना हामिद मुहम्मद ख़ान ने कहाकि पोला रुम प्रॊजेक्ट‌ जिस के ज़रीया ख़ित्ता तेलंगाना को मुस्तफ़ीद करने के हुकूमत की जानिब से बलंद बाँग दाओए किए जा रहे हैं वो भी तात्तुल का शिकार बना हुआ है उन्होंने मज़ीद कहाकि चार हज़ार करोड़ की लागत से ऐलान करदा पोलावरम प्रॊजेक्ट‌ जिस की तकमील के लिए इलाक़े खम्मम के अतराफ़ अकनाफ़ के एक सौ चालीस गावं पानी के क़ब्रिस्तान में तबदील करने का हुकूमत का मंसूबा इलाक़ा तलंगाना के बजाय ख़ित्ता आंधरा और राइलसीमा फ़ायदा पहचाने की ग़रज़ से शुरू करदा पराजकट का हिस्सा है उन्हों ने कहाकि पोलावरम प्रॊजेक्ट‌ की तकमील के बाद पानी की एक बूँद भी तलंगाना को नहीं मिलेगी।

डाक्टर गोपाल किशन और ज्योति करण ने तिब्बी नशिस्तों पर तेलंगाना के साथ हुई नाइंसाफ़ीयों के मुताल्लिक़ कहाकि 42फ़ीसद आबादी वाले ख़ित्ता आंधरा के नौ अज़ला में 6मैडीकल कॉलिजस क़ायम किए गए जबकि राइलसीमा के चार अज़ला के लिए 4मैडीकल कॉलिजस क़ायम किए गए और तलंगाना जो कि1फ़ीसद आबादी का तनासुब रखने के बावजूद दस अज़ला के लिए सिर्फ चार मैडीकल कॉलिजस क़ायम किए गए हैं

जबकि ख़ित्ता वारी असास पर मैडीकल नशिस्तों की तक़सीम में भी हुकूमत ने तलंगाना को नज़रअंदाज किया है मज़कूरा क़ाइदीन ने नशिस्तों की तक़सीम के मुताल्लिक़ भी आदाद-ओ-शुमार पेश करते हुए कहाकि राइलसीमा के कुरनूल मैडीकल कॉलिज अनंत पुर मैडीकल कॉलिज सी वे मैडीकल कॉलिज अर आई ऐम ऐस(कड़पा) मैडीकल कॉलिज के बिशमोल सुधारता वजए वाड़ा के लिए 633नशिस्तें मुख़तस की गई हैं जबकि ख़ित्ता सीमा आंधरा के आंधरा गुंटूररंगा राया अर आई ऐम ऐस (सुरेका कलिम) अर आई ऐम ऐस (ओंगोल) मैडीकल कॉलिजस के लिए 763नशिस्तें मुख़तस की गई हैं इस के इलावा तलंगाना जहां पर गांधी उस्मानिया काकतीय और आर आई ऐम ऐस आदिल आबाद मैडीकल कॉलिजस में सिर्फ 654नशिस्तें मुख़तस की गई हैं जिस से साफ़ ज़ाहिर है कि हुकूमत और मुतासबाना रवैय्या के हामिल आनधराई हुकमरान किस तरह तेलंगाना और यहां की अवाम का इस्तिहसाल कर रहे हैं।