मुनाजात फ़ी ज़माना मतरूक सिनफ़ मुनाजात मुत्तक़ी अहया की कोशिश

हैदराबाद १८ । सितंबर : ( रास्त ) : बज़म सादी शीराज़ी के ज़ेर-ए-एहतिमाम 16 सितंबर को स्कालरस हाई स्कूल में डाक्टर अब्बास मुत्तक़ी की ताज़ा फ़ारसी तसनीफ़ मुनाजात मुत्तक़ी की रस्म रूनुमाई अंजाम पाई । हज़रत सय्यद शाह क़ाज़ी आज़म अली सूफ़ी कादरी ने रस्म रूनुमाई अंजाम दी ।

हाफ़िज़ मुहम्मद फ़हीम उद्दीन की क़िरात कलाम मजीद से अदबी इजलास का आग़ाज़ हुआ । हाफ़िज़ मुहम्मद सुलेमान ढाकली ने नाअत शरीफ़ सुनाई ।

जनाब मुहम्मद मुस्तफ़ा सिद्दीक़ी ( मिस्कीन ) ने हज़रत अबदुर्रहमान जामीका फ़ारसी नाअतिया कलाम गुल अज़ रख़्त आमोख़्ता पेश किया । अदबी इजलास के मज़्मूननिगार हाफ़िज़ मुहम्मद फ़हीम उद्दीन ने मुनाजात मुत्तक़ी पर तबसरा पेश किया । डाक्टर नसीम उद्दीन फ़रीस सदर शोबा फ़ारसी ( मानव ) ने अपनी तक़रीर में कहा किसिनफ़ मुनाजात उर्दू फ़ारसी में अब मतरूक हो चुकी है ।

फ़ारसी शहि पारों करीमा और रहीमा के हवाले से बताया कि अह्द माज़ी में मुनाजात , शारा-ए-के हाँ एक मुस्तक़िलउनवान हुआ करता था और उन की तसानीफ़ में हमद के बाद मुनाजात के शेअर हुआ करते थे ।

दक्कन की तमाम ही मसनवीयाँ इसी नहज पर लिखी गई हैं । जनाब यूसुफ़रविष ने अपनी रिवायत कुहन को बरक़रार रखा और शायर मुनाजात की ख़िदमत में तहनीती शेअर की पीशकशी के इलावा गलपोशी भी की । सदर अदबी इजलास-ओ-मुशायरा मौलाना सय्यद शाह आज़म अली सूफ़ी कादरी ने क़ुरआन मजीद की मारूफ़ आयत शरीफ़ अदावानी असतजबलकम को सरनामा ख़िताब बनाया और दुआ की एहमीयत और मुनाजातके मआनी-ओ-मफ़ाहीम को वाज़िह किया ।

डाक्टर मुत्तक़ी को उन की किताब परमुबारकबाद दी । डाक्टर अब्बास ने शैदा यान ज़बान फ़ारसी के इलावा अपने शागिर्द रशीद-ओ-नाशिर किताब जनाब मग़ज़ कादरी और स्कालरस हाई स्कूल के ओनर जनाब अब्बास हुसैन जुन्नैदी का शुक्रिया अदा किया । बादअज़ां मौलाना क़ाज़ी सय्यद शाह आज़म अलीसूफ़ी की सदारत में ऊला फ़ारसी तुरही मुशायरा बह तरह दमबदम आईना बीनम या बबीनम रवी और मुनाक़िद हुआ ।

सानिया उर्दू मुशायरा मुनाक़िद हुआ मेहमान ख़ुसूसी जनाब सूफ़ी सुलतान शतारी ने साहिब किताब को मुबारकबाद पेश की और अपने कलाम से नवाज़ा । डाक्टर मुहम्मद नसीम उद्दीन फ़रीस ने अदबी इजलास की और जनाब हनीफ़ढाकली ने मुशायरा की कार्रवाई चलाई ।।