मुल्क‌ की दस रियास्तों में मुस्लिम ऐड की फ़लाही सरगर्मीयां

हैदराबाद ।२१। जुलाई : ( सियासत न्यूज़ ) : बर्तानिया की एक फ़लाही तंज़ीम , मुस्लिम ऐड हिंदूस्तान में इस के रेनबो फ़ैमिली प्रोग्राम के तहत बला इमतियाज़ ज़ात-ओ-मज़हबअवाम की फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए काम कररही है । दिलचस्प बात ये है कि रेनबो कीजानिब से ये काम कश्मीर से कन्याकुमारी तक किया जा रहा है ।

मुस्लिम ऐड पराजकटस के इंडिया एवालवीटर मिस्टर मिर्ज़ा फ़िरोज़ बैग के मुताबिक़ मुस्लिम ऐड की जानिब से 70 से ज़ाइद ममालिक में ग़रीब अवाम को आफ़ात समावी पर क़ाबू पाने और बुनियादी जरूरतों की फ़राहमी के लिए मदद फ़राहम की जा रही है । मिस्टर बेग ने कहा कि अगर चीका हम एक मुस्लिम चैरिटी हैं ताहम हम बला इमतियाज़ ज़ात-ओ-मज़हब ज़रूरतमंद ग़रीब लोगों की मदद करते हैं ।

हमारा मक़सद इंसानियत की ख़िदमत करना है । हिंदूस्तान में हमारे अहम पराजकटस मैं रेनबो फ़ैमिली प्रोग्राम , वाटर ऐंड सेनिटेशन , एजूकेशन , माईक्रो फ़ीनानस , डीज़ाससटर ऐंड एमरजैंसी मैनिजमंट , रमज़ान और क़ुर्बानी शामिल हैं । हम हिंदूस्तान में इन चैरिटी इदारों को फ़ंड फ़राहम करते हैं जिन्हें बैरूनी फ़ंड हासिल करने की हुकूमत से मंज़ूरी हासिल है । मुस्लिम ऐड का मंसूबा है कि हिंदूस्तान में यहां के क़ानून के मुताबिक़ उसी की सरगर्मीयों को वुसअत दी जाय । मिस्टर बेग ने कहा कि हिंदूस्तान केमुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर मुख़्तलिफ़ पराजकटस ग्रुप हैं ।

उन्हों ने बताया कि बिहार में समस्ती पर में कम ख़र्च के टायलट्स तामीर किए जा रहे हैं । हिंदूस्तान की शुमाली रियास्तें बिहार और उत्तरप्रदेश बहुत पसमांदा हैं जहां बाअज़ मुक़ामात पर लोगों को बर्क़ी की सहूलत तक हासिल नहीं है । दूसरी बुनियादी जरूरतों की बात तो छोड़ीए , मिस्टर बेग ने बताया कि मुंबई में तालीमी स्कालरशिप प्रॊजॆक्ट‌स चलाए जा रहे हैं । बिहार में एक कम्पयूटर इंस्टीटियूट क़ायम किया गया है जब कि उड़ीसा में क्लासेस के लिए फ़ंड फ़राहमकिया गया है ।

मिस्टर बेग ने कहा कि मुस्लिम ऐड की जानिब से हिंदूस्तान की दस रियास्तों में काम किया जा रहा है । जहां ग़रीबों में रमज़ान फ़ूड पिया किट्स तक़सीम किए जाते हैं और ईद उलअज़हा के मौक़ा पर क़ुर्बानी का गोश्त तक़सीम किया जाता है । रेनबो फ़ैमिली प्रोग्राम के बारे में बताते हुए उन्हों ने कहा कि मुस्लिम ऐड की जानिब से तशहीरऔर केराला में इन ग़रीब बच्चों के लिए काम किया जा रहा है । जिन्हें तालीम , तिब्बीनिगहदाशत , ग़िज़ा और कपड़ों की ज़रूरत है ।

मिस्टर फ़िरोज़ बेग ने कहा कि माहाना 25 पाउंड के ख़र्च पर एक बच्चा को एडपट करते हुए डोनर्स इस प्रोग्राम का हिस्सा बन सकते हैं । हम अतीया दहिंदगान ( डोनर्स ) को बरवक़्त अप डेटस और मालूमात फ़राहम करते हैं । मुस्लिम ऐड ने सेलाब के वक़्त रियासत गुजरात , आंधरा प्रदेश और आसाम में भी ख़िदमात अंजाम दिए हैं