हैदराबाद ०४ सितंबर : ( सियासत न्यूज़ ) : मुस्लिम तलबा को मुकम्मल फ़ीस की बाज़ अदायगी यक़ीनी बनाने के लिए ये ज़रूरी है कि इस के लिए बाज़ाबता तहरीक काआग़ाज़ किया जाय । हुकूमत की नई फ़ीस बाज़ अदायगी स्कीम की पालिसी से लाखोंतलबा का नुक़्सान होने का ख़दशा है । मुस्लिम तलबा को होने वाले नुक़्सान से बचाने के लिए उन्हें मुकम्मल फ़ीस की बाज़ अदायगी की ख़ुसूसी रियायत फ़राहम की जानी चाहिए ।
साबिक़ रुकन राज्य सभा मिस्टर पी मधु कमीयूनिसट पार्टी आफ़ इंडिया ( मारकससट ) ने आज ये बात कही । उन्हों ने बताया कि हुकूमत की नई पालिसी मुस्लमानों के लिए नुक़्सानदेह है । मिस्टर पी मधु ने फ़ीस की बाज़ अदायगी स्कीम में नई शराइत को अफ़सोसनाक क़रार देते हुए कहा कि चंद माह क़बल ही सुप्रीम कोर्ट ने मर्कज़ी सतह पर मुस्लमानों को दीए गए 4.5 ज़ेली कोटा को कुलअदम क़रार दिया था जिस की वजह हुकूमत की जानिब से मूसिर पैरवी ना किया जाना रही । इस फ़ैसला के बाद रियासतआंधरा प्रदेश के मुस्लिम इंजीनीयरिंग तलबा को ये दूसरा बड़ा झटका लगा है ।
सी पी ऐमक़ाइद ने बताया कि हुकूमत मुनज़्ज़म अंदाज़ में इस्तिफ़ादा कुनुन्दगान की तादाद कम करने की कोशिश कररही है । उन्हों ने बताया कि मर्कज़ी-ओ-रियास्ती हुकूमत से बारहासच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्रा कमीशन रिपोर्टस पर अमल आवरी का मुतालिबा किया जा रहा है लेकिन दोनों ही हुकूमतें मुस्लमानों को नज़रअंदाज करते हुए उन्हें मज़ीद पसमांदा बनाने की कोशिश कर रही हैं । साबिक़ रुकन राज्य सभा ने बताया कि मुस्लिम तलबा को चाहीए कि वो दीगर अक़्वाम की तरह मुसावी हक़ हासिल करने के लिए मुत्तहदा जद्द-ओ-जहद करें ताकि उन्हें अपना जायज़ हक़ हासिल हो सके ।
मिस्टर पी मधु ने बताया कि रियास्ती हुकूमत मुस्लिम तलबा के मुफ़ादात के तहफ़्फ़ुज़ में नाकाम हो चुकी है । उन्हों ने कहा कि हुकूमत की जानिब से इंजीनीयरिंग तलबा की मुकम्मल फ़ीस बाज़ अदायगी का ऐलान ना किए जाने की सूरत में सी पी ऐम दीगर हमख़याल सयासी जमातों के क़ाइदीन सेमुशावरत के बाद तवील मुद्दती जद्द-ओ-जहद का आग़ाज़ करेगी