मुस्लिम मुजाहिदीन आज़ादी के कारनामों से नई नस्ल को वाक़िफ़ कराना ज़रूरी

हैदराबाद 30 जनवरी:यौम जमहूरीया के मौक़ा पर सी पी ऐम गोशा महल ज़ोन कमेटी के ज़ेर-ए-एहतिमाम एक तक़रीब का इनइक़ाद बमुक़ाम मुहल्ले बेद वाड़ी बेगम बाज़ार अमल में आया जहां पर क़ौमी पर्चम की रस्म इजराई बदसत अल्हाज मुहम्मद फ़ैज़ उल्लाह ख़ान सदर बेद वैलफेय‌र कमेटी अंजाम पाई ।

जनाब मुहम्मद अबदुलमजीद ख़ान पठान भाई ने तमाम हिंदूस्तानियों को यौम जमहूरीया की मुबारकबाद पेश की । उन्हों ने चंद मुस्लिम मुजाहिदीन आज़ादी के कारनामों का ज़िक्र करते हुए कहा कि जिन में काबुल-ए-ज़िकर शहनशाह हिंदूस्तान बहादुर शाह ज़फ़र शेर कर्नाटक टीपू सुलतान शहीद बेगम हज़रत महल शाह वली अल्लाह देहलवी हाजी इमदाद अल्लाह हकीम अजमल ख़ान मौलाना अब्बू उल-कलाम आज़ाद , मौलाना अबैदुल्लाह सिंधी इशफ़ाक़ उल्लाह ख़ान शहीद जौहर अली बिरादरान-ओ-वालिदा बी अम्मां इन हज़रात की तारीख़ को ज़िंदा-ओ-क़ायम रखने के लिए यौम यादगार की तक़ारीब का इनइक़ाद अमल में लाते हुए नई नसल को उन के कारनामों को रोशनास कराते रहें । अल्हाज सय्यद अशर्फ़ अली सदर सिटी कमेटी तंज़ीम आवाज़ ने ख़िताब किया ।