रशीद शहीदी के सातवीं शेअरी मजमूआ की इशाअत

हैदराबाद १९ सितंबर : आंधरा प्रदेश शीया यूथ कान्फ़्रैंस के सदर जनाब सय्यद हामिद हुसैन जाफरी के बमूजब जदीद तर्ज़ फ़िक्र के शायर और बज़म सईद के मोतमिद उमूमी जनाब रशीद शहीदी के तसनीफ़ करदा नाअतिया और मिनक़बती मुहाफ़िल में पढ़े जाने वाले मशहूर क़सीदों पर मुश्तमिल मजमूआ रोशनी के फूल ( इज़ाफ़ी ) ऐडीशन जिस में , हमद-ओ-नाअत और 100 से ज़्यादा कसीदे और मुनाजातें शामिल हैं मंज़रे आम पर आचुका है ।

इस से क़बल ग़ज़लियात पर मुश्तमिल उन के दो शेअरी मजमुए फ़राज़ , नज़र और जागती रहतीं और मज़हबी शायरी पर मुश्तमिल चार शेअरी मजमुए शाय होचुके हैं । इस के इलावा शहज़ादी उम कुलसूम बिंत हज़रत अली इबन अबी तालिब के सिलसिला में भी दो किताबें शाय होचुकी हैं जनाब रशीद शहीदी के दो शेअरी मजमुए नोहा जात और ग़ज़लियात पर मुश्तमिल इशाअत के मराहिल में हैं ।