रियासत के हुज्जाज(हज करने वाले) किराम(व्यक्ति) की मदीना मुनव्वरा रवानगी(प्रस्थान‌)

मक्का मुअज़्ज़मा‍‍‍ ३१अक्टूबर, ( ज़बीह-उल-ल्लाह बैग का ट्रंक काल) आंधरा प्रदेश के हुज्जाज किराम की मदीना मुनव्वरा रवानगी का आइन्दा हफ़्ता आग़ाज़ होगा जहां वो मस्जिद नबवी ई में 40नमाज़ें अदा करेंगे और रोज़ा अनवर सिल्ली अल्लाह अलैहि वसल्लम पर हाज़िरी देंगी।

आंधरा प्रदेश के हुज्जाज(हज करने वाले) किराम के एज़ाज़ में हैदराबादी रबात में एक तक़रीब यक्म नवंबर को मुनाक़िद होगी जिस का एहतिमाम नाज़िर रबात हुसैन शरीफ़ ने किया ही।उन्हों ने हुज्जाज किराम से दरख़ास्त की कि वो आलम इस्लाम और खासतौर पर हिंदूस्तान में मुस्लमानों की सरबुलन्दी और अमन-ओ-अमान केलिए ख़ुसूसी दुआएं करें। हुसैन शरीफ़ ने कहा कि हिंदूस्तान में मुस्लमानों पर मलिक के बाअज़ हिस्सों में जिन मसाइल और मुश्किलात का सामना है इन का मुक़ाबला सब्र के साथ किया जाना चाहिये, यक़ीनन एक दिन अल्लाह ताला की मदद ज़रूर आएगी और मुस्लमान सुर्ख़रु होंगी। नाज़िर रबात ने अय्याम हज के दौरान मुँह और दीगर मुक़ामात पर पहुंच कर आंधरा प्रदेश के आज़मीन-ए-हज्ज के अहवाल दरयाफ़त किए और उन की जरूरतों की तकमील(पूर्ति) की।

उन्हों ने हैदराबादी रबात में भी आज़मीन के लिए बेहतरीन इंतिज़ामात किए जिस पर हुज्जाज किराम ने इन से इज़हार-ए-तशक्कुर किया। आंधरा प्रदेश के हुज्जाज किराम के एज़ाज़ में यक्म नवंबर को नाज़िर रबात की जानिब से तक़रीब मुनाक़िद की जा रही है जिस के बाद से हुज्जाज (हज करने वाले) किराम की मदीना मुनव्वरा रवानगी का आग़ाज़ होगा। मदीना मुनव्वरा से हुज्जाज(हज करने वाले) किराम सीधे जद्दा अर पोर्ट पहुंचेंगी, वहां से उन की हैदराबाद वापसी होगी। हैदराबादी रबात में गुज़श्ता बरसों के मुक़ाबला में इस साल के इंतिज़ामात ग़ैरमामूली (असाधारण‌)और इतमीनान बख़श(भरोसेमंद‌) रही।