वक़्फ़ आराज़ीयात‌ की सयानत के लिए मुक़द्दमात में मोसिर पैरवी में सरअत‌

हैदराबाद ०७ जुलाई (सियासत न्यूज़ ) आंधरा प्रदेश स्टेट वक़्फ़ बोर्ड ने ओक़ाफ़ी आराज़ीयात की सयानत पर अपनी तवज्जा मर्कूज़ की है और इस सिलसिला में अदालतों में जारी मुक़द्दमात में मूसिर पैरवी को यक़ीनी बनाने का फ़ैसला किया हैता कि क़ीमती आराज़ीयात वक़्फ़ बोर्ड को हासिल हो सके ।

आम तौर पर ये देखा गया कि अदालतों में मूसिर पैरवी ना होने के बाइस वक़्फ़ बोर्ड क़ीमती आराज़ीयात से महरूम होचुका है । सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मौलाना सय्यद अफ़ज़ल ब्याबानी ख़ुसरो पाशाह ने ज़िम्मेदारी सँभालने के बाद ओक़ाफ़ी आराज़ीयात के तहफ़्फ़ुज़ और ख़ास तो रपर क़ीमती आराज़ीयात को हासिल करने परतवज्जा मर्कूज़ की ।

हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में इस सिलसिला में नामवर वुकला के ज़रीया मुक़द्दमात की पैरवी की जा रही है । मिनी कुंडा जागीर की कई हज़ार करोड़ मालियती ओक़ाफ़ी अराज़ी के तहफ़्फ़ुज़ के लिए वक़्फ़ बोर्ड ने ख़ुसूसी दिलचस्पी ली है और इस सिलसिला में सुप्रीम कोर्ट की जानिब से हाल ही में बोर्ड के हक़ में फ़ैसला के बादअराज़ी के हुसूल की कोशिशों को तेज़ तर कर दिया गया है ।

मिनी कोंडा वक़्फ़ अराज़ी जिस पर लैंको हिल्ज़ तामीर किया गया है इस मुक़द्दमा की आइन्दा समाअत सुप्रीम कोर्ट में 23 अगस्त को मुक़र्रर है । वक़्फ़ बोर्ड ने इस मौक़ा पर बोर्ड की नुमाइंदगी केलिए सुप्रीम कोर्ट के एक नामवर क़ानूनदां की ख़िदमात हासिल की है ताहम उन के नाम को राज़ में रखा गया है।

बताया जाता है कि इस वकील की फ़ीस एक पेशी केलिए 5 ता 7 लाख रुपय अदा की जाएगी । सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड ने इस मुक़द्दमा में ख़ुसूसी दिलचस्पी लेते हुए बोर्ड केबाअज़ अरकान को नई दिल्ली रवाना किया जहां मुशावरत के बाद क़ानूनदां का इंतिख़ाबकिया गया । सुप्रीम कोर्ट के वकील के इंतिख़ाब के लिए एक कमेटी तशकील दी गई थी जबकि मुक़द्दमा की निगरानी के लिए एक अलहदा कमेटी क़ायम की गई है सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड ने बताया कि वक़्फ़ बोर्ड की लीगल टीम शफ़ीक़ अलरहमन मुहाजिर की क़ियादत में सुप्रीम कोर्ट के वकील की इआनत करेगी । उन्हों ने कहा कि मणि कोंडा अराज़ी के तहफ़्फ़ुज़ केलिए वक़्फ़ बोर्ड किसी भी हद तक जा सकता है।

उन्हों ने कहा कि मुस्लमानों ने बोर्ड से जो तवक़्क़ुआत वाबस्ता की है वो इस पर पूरा उतर ने की कोशिश कर रहा है । वाज़िह रहे कि वाई ऐस राज शेखर रेड्डी हुकूमत ने 2005 में ओपन ऐक्शण के ज़रीया मिनी कोन्डा की अराज़ी फ़रोख़त की थी जिसे लैंको हिलज़ ने ख़रीदा था । बाद में इस अराज़ी के वक़्फ़ होने का इन्किशाफ़ हुआ ।

सुप्रीम कोर्ट में हालिया समाअत के दौरान रियास्ती हुकूमत के वकील ने कहा था कि अगर वक़्फ़ बोर्ड मिनी कोंडा अराज़ी को वक़्फ़ साबित करदें तो हुकूमत मुआवज़ा अदा करने तैय्यार है । वक़्फ़ बोर्ड को क़वी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट में मिनी कोन्डा अराज़ी के मुआमला में उसे कामयाबी हासिल होगी । सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड ने कहा कि रियासत की दीगर वक़्फ़ जायदादों और आराज़ीयात के तहफ़्फ़ुज़ के सिलसिला में भी संजीदगी से इक़दामात किए जा रहे हैं ।