हैदराबाद२७ नवंबर (एजैंसीज़) उस्मानिया यूनीवर्सिटी के मुहक़्क़िक़ीन ने इंतिबाह दिया है कि हैदराबाद के बड़े ट्राफिक जंक्शनस को तेज़ाबी बारिश के ख़तरा का सामना है। बड़े ट्राफिक जंक्शनस जैसे कोठी, आबडज़, पंजा गट्टा, लिबर्टी और सिकंदराबाद और हैदराबाद रीलोए स्टेशनों के अतराफ़ के इलाक़ों में मुस्तक़बिल क़रीब में तेज़ाबी बारिश के ख़दशात हैं ताहम दिल्ली के बरख़िलाफ़ जहां हाल ही में तेज़ाबी बारिश हुई थी, हैदराबाद के एक बड़े हिस्सा में, बड़े पैमाना पर पथरीली ज़मीन के बाइस फ़िलवक़्त कोई ख़तरा नहीं है।
उस्मानिया यूनीवर्सिटी के शोबा अप्लाईड जीव कैमिस्ट्री के मुहक़्क़िक़ीन की एक टीम ने ज़ाइद अज़ 150 मुरब्बा कीलोमीटर पर मुहीत 20 मुक़ामात से हासिल करदा बारिश के नमूनों का मुताला किया। उस्मानिया यूनीवर्सिटी मुताला के तहत अहाता करदा इलाक़ों में ई सी आई ईल, हब्शी गुड़ा, घटकीसर, सईदा बाद, वनसथली पोरम, कर्मण घाट, कंचन बाग़, सुलतान शाही, बहादुर पूरा, चलकोर, वे उन कॉलोनी, राम कोट, दोमल गौड़ा, ख़ैरीयत आबाद, पंजा गट्टा, वेंगल राओनगर, बेगम पेट, सनअत नगर, को कट पली और राम नगर शामिल थी। मसरूफ़ तरीन जंक्शनस बिशमोल कोठी और पंजा गट्टा पर भारी कंक्रीट जंगल के बाइस आसमान से ज़मीन कम दिखाई देने से तेज़ाबी बारिश का ख़तरा है।
मसरज़ बी श्रीनिवास ऐम रामना कुमार, रवी कुमार और आर ऐस एन शास्त्री पर मुश्तमिल टीम ने गाड़ीयों की बड़ी तादाद में गुज़र के मुक़ामात पर सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साईडस के आज़म तरीन इर्तिकाज़ और उन के दरमयान ताक़तवर इर्तिबात और हाईड्रोजन के बर्क़ पारों (ions) को पाया। इलावा अज़ीं बारिश के नमूनों में सीसा और नाईट्रेट की भी मौजूदगी पाई गई। हैदराबाद और अतराफ़-ओ-अकनाफ़ के लाइकों में पथरीली ज़मीन की मौजूदगी ने शहर में तेज़ाबी बारिश के ख़तरात को घटा दिया ही। उस्मानिया यूनीवर्सिटी के मुहक़्क़िक़ीन के एक ग्रुप ने कहा कि पथरीली ज़मीन से माहौल में मगनीशीम, कैल्शियम और पोटाशियम के बर्क़ पारों का इख़राज तेज़ाबीयत को मोतदिल कर देता है।
हमारा अंदाज़ा है कि पथरीली ज़मीन से माहौल में धूल की शक्ल में ख़ारिज होने वाले बेशतर किलोई अवामिल की तेज़ाबीयत को घटाने की एहतिमाली गुंजाइश है। उस्मानिया यूनीवर्सिटी टीम ने बावक़ार साईंसी जरीदा Journal of Applied Geochemistry के हालिया शुमारा में अपने अख़ज़ करदा नताइज शाय किए हैं। हैदराबाद और सिकंदराबाद में बारिश के पानी के तजज़िया से इन्किशाफ़ हुआ कि कई कीमीयाई मादों की मौजूदगी के बाइस वो ख़फ़ीफ़(हल्का) तेज़ाबी है।