हैदराबाद ०९ जुलाई (एजैंसीज़) आम लोगों को भले ही पैट्रोल की क़ीमत में हालिया कमी से क़दरे राहत मिली हो लेकिन शहर में चावल की क़ीमत में बेतहाशा इज़ाफ़ा से कारी ज़रब लगी है। बहुत पसंदीदा कुरनूल सोना मसूरी चावल अब शहर के मुख़्तलिफ़ मार्किटस मैं 34 रुपय फ़ी किलोग्राम क़ीमत पर फ़रोख़त किया जा रहा है। गुज़श्ता माह ये क़ीमत 28 रुपय फ़ी किलोग्राम थी। सिर्फ एक माह में कुरनूल सोना मसूरी चावल की क़ीमत में फ़ी केलो छः रुपय का इज़ाफ़ा होगया। इस तरह बेशतर अवाम के माहाना घरेलू बजट पर बोझ बढ़ गया है।
मयार और किस्म के एतबार से मुख़्तलिफ़ मार्किटस में चावल का मुख़्तलिफ़ भाव है। रीतू बाज़ार में ये चावल 32 रुपय फ़ी किलोग्राम से फ़रोख़त होरहा है और रीटेल मार्किटस में इस की क़ीमत 36 रुपय फ़ी किलोग्राम है। क़ीमतों में इज़ाफ़ा की कई वजूहात ब्यान की जा रही हैं। एक वजह ये है कि गुज़श्ता साल चावल की पैदावार में कमी हुई है।
इस वजह से स्पलाई कम हुई है और स्पलाई कम होने से क़ीमत में शदीद इज़ाफ़ा हुआ ही। शहर में ज़्यादा तर चावल मरयाल गौड़ा, वरनगल, निज़ाम आबाद और साहिली अज़ला से आता ही। चावल की क़ीमत में इज़ाफ़ा की एक और वजह धान की इमदादी क़ीमत में किया गया इज़ाफ़ा है।
दूसरी तरफ़ किसान कहते हैं कि चावल की स्पलाई में कोई कमी नहीं हुई है और पैदावार भी कम नहीं हुई है। बेशतर मिल मालकीयन ने धान किसानों से फ़ी कनटल एक हज़ार एक सौ दस रुपय में ख़रीदा और गोदाम भर लेते हैं। चावल के मिल मालकीयन पर किसानों ने इल्ज़ाम लगाया कि वो क़ीमतों में इज़ाफ़ा के लिए मस्नूई क़िल्लत पैदा कर रहे हैं।