हज मसारिफ़ में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा करने की कोशिश

मुहम्मद मुबश्शिर उद्दीन ख़ुर्रम
हैदराबाद ०७ अगस्त ।हज बैतुल्लाह के मुताल्लिक़ मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा की जानिब से किए जाने वाले इक़दामात से ऐसा महसूस होता है कि मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा हजमसारिफ़ में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा करवाना चाहती ही। हज कमेटी के तवस्सुत से रवाना होने वाले आज़मीन-ए-हज्ज के अख़राजात में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा के बाद वज़ारत ख़ारिजा नेख़ानगी टूर आपरेटर्स के मुताल्लिक़ फ़ैसला करते हुए ख़ानगी टूर आपरेटर्स के तवस्सुत से रवाना होने वाले आज़मीन-ए-हज्ज के अख़राजात से भी बिलवासता ज़बरदस्त इज़ाफ़ाकरदिया है ।

मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा के शराइत मुकम्मल ना करने पर मुल्क भर से 380 ख़ानगी टूर आपरेटर्स को मंज़ूरी नहीं मिली है । साल गुज़शता 170 टूर आपरेटर्स के इजाज़त नामों की मंसूख़ी के सबब मुल्क भर में कई आज़मीन को दोगुनी से भी ज़ाइद ख़र्च की अदायगी के ज़रीया हज बैतुल्लाह रवाना होने पर मजबूर होना पड़ा था और अब इस साल 380 ख़ानगी टूर आपरेटर्स के इजाज़त नामों की मंसूख़ी हज 2012 की अख़राजात मेंबेतहाशा इज़ाफ़ा का सबब बन सकती है ।

ख़ानगी टूर आपरेटर्स केलिए मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा ने जो शराइत रखी थीं इन में सालाना एक करोड़ के टर्न ओवर के इलावा सी ए सर्टीफ़िकेट-ओ-दीगर शराइत शामिल हैं जिन्हें ग़ैर दरुस्त क़रार देते हुए इन टूर आपरेटर्स को इस साल इजाज़त नहीं दी गई है । जिन टूर आपरेटर्स को इजाज़त हासिल नहीं हुई है इन में आंधरा प्रदेश के ज़ाइदाज़ 27 टूर आपरेटर्स शामिल हैं । टूर आपरेटर्स की तंज़ीमों कीजानिब से इस मसला को जांबदारी पर महमूल करते हुए इल्ज़ाम आइद किया जा रहा है कि ख़ानगी टूर आपरेटर्स के जुमला कोटा का 75 फ़ीसद हिस्सा मुल़्क की एक जुनूबी रियासत के हवाले किया जा रहा है और इस रियासत के टूर आपरेटर्स मुल्क भर के टूर आपरेटर्स को वीज़े फ़रोख़त करते हुए करोड़ों रुपय वसूल कररहे हैं ।

जनाब ज़का अल्लाह सिद्दीक़ी ने इस सिलसिला में एक ब्यान जारी करते हुए बताया कि मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा का फ़ैसला टूर आपरेटर्स में ग़ुस्सा का सबब बना हुआ है । उन्हों ने बताया कि तमाम टूर आपरेटर्स ने काफ़ी ग़ौर-ओ-ख़ौस के बाद इस बात का फ़ैसला किया है कि मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा के इस इक़दाम के ख़िलाफ़ सैंटर्ल वीजलनस कमीशन से रुजू होते हुएख़ानगी टूर आपरेटर्स के कोटा में होने वाली धांदलियों से वाक़िफ़ करवाया जाय ।

उन्हों ने बताया कि ख़ानगी टूर आपरेटर्स बारहा इस बात की ख़ाहिश करचुके हैं कि हुकूमत इस परनज़र-ए-सानी करे लेकिन हुकूमत की जानिब से कोई रद्द-ए-अमल ज़ाहिर नहीं किया गया और ये कह दिया गया कि 12 अगस्त को मनज़ोरा टूर आपरेटर्स की फ़हरिस्त सऊदी हुकूमत से वज़ारत-ए-ख़ारजा को रवाना करती है ।

मिस्टर ज़का अल्लाह सिद्दीक़ी ने बताया कि टूर आपरेटर्स ने शराइत की तकमील के बावजूद टूर आपरेटर्स के कोटा की मंसूख़ी ना इंसाफ़ी के मुतरादिफ़ है और ख़ानगी टूर आपरेटर्स ने शराइत की तकमील के बावजूद टूर आपरेटर्स के कोटा की मंसूख़ी ना इंसाफ़ी के मुतरादिफ़ है और ख़ानगी टूर ऐंड सरवेस हुसूलइंसाफ़ केलिए हर मुम्किना जद्द-ओ-जहद करते हुए अपना हक़ हासिल करेंगे ।

ख़ानगी टूर आपरेटर्स के सफ़र हज के अख़राजात में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा होने के ख़दशात इस लिए पैदा होचुके हैं चूँकि ख़ानगी टूर आपरेटर्स बहालत मजबूरी अपने आज़मीन की रवानगी को यक़ीनी बनाने केलिए मुफ़्त हासिल होने वाले हज वीज़ा को ख़रीदने पर मजबूर हो जाएंगे ।

मर्कज़ी वज़ारत-ए-ख़ारजा का ये इक़दाम ना सिर्फ टूर आपरेटर्स केलिए तकलीफ़ का बाइसहै बल्कि ख़ानगी टूर आपरेटर्स के तवस्सुत से हज बैतुल्लाह की अदायगी के ख्वाहिशमंदों को भी मुश्किलात का सामना करना पड़ सकता है ।