हिंदूस्तान में मछली की पैदावार में इज़ाफ़ा इन्फ़िरा स्ट्रकचर बेहतरीन

हैदराबाद ०३ अक्टूबर ( सियासत न्यूज़) हिंदूस्तान 2016 -ए-तक 13 मुलैय्यन टन मछली की अफ़्ज़ाइश करने वाले मुलक बन जाएगा । हिंदूस्तान में मछली की अफ़्ज़ाइश के सिलसिले में जो इनफ़रास्ट्रक्चर मौजूद है इस से इस्तिफ़ादा की सूरत में हिंदूस्तान दुनिया की बेहतरीन मछली की सनअत में सब से आगे बढ़ सकता है । मिस्टर आर सिंह रेड्डी ने एक मुतालआती रिपोर्ट की पीशकशी के ज़रीया ये बात बताई ।

मिस्टर रवींद्र सुना रेड्डी चेयरमैन Assocham जुनूबी रीजन कौंसल ने बताया कि हिंदूस्तान में शरह अफ़्ज़ाइश बतदरीज बेहतर होरही है । उन्हों ने बताया कि सालाना अफ़्ज़ाइश में आइन्दा बरस 7 फ़ीसद के इज़ाफे़ की तवक़्क़ो की जा रही है । इस मौक़ा पर उन के हमराह मिस्टर डी ऐस रावत क़ौमी जनरल सैक्रेटरी असोचाम-ओ-दीगर मौजूद थे । उन्हों ने बताया कि 85 फ़ीसद मछली की पैदावार बतौर ग़िज़ा इस्तिमाल की जाती है जबकि माबाक़ी 15 फ़ीसद पैदावार का चारा-ओ-दीगर उमूर में इस्तिमाल किया जाता है ।

मिस्टर रेड्डी के बमूजब जारीया साल के इख़तताम तक आलमी सतह पर मछली की पैदावार 157.3 मुलैय्यन टन तक पहूंच जाएगी । उन्हों ने बताया कि असोचाम की जानिब से क़ौमी वज़ारत समकयात से इस बात की सिफ़ारिश की गई है कि वो अनफ़रसटरकचर को बेहतर बनाते हुए पैदावार की बेहतरी केलिए इक़दामात करें और इस सिलसिले में पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप के ज़रीया सरमाया कारी को यक़ीनी बनाने के इक़दामात किए जाने चाहिए । ताकि इस सनअत को मज़ीद वुसअत देते हुए दरआमदात को बेहतर बनाया जा सके ।

असोचाम ने इस रिपोर्ट में मिनिस्टर आफ़ फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से इस बात की ख़ाहिश की है कि अगर वज़ारत की जानिब से क़र्ज़ा जात की सहूलत फ़राहम करते हुए असरी निज़ाम अफ़्ज़ाइश समकयात की हौसलाअफ़्ज़ाई की जाती है तो ऐसी सूरत में 2016 -ए-तक 13 मुलैय्यन टन मछली की पैदावार को यक़ीनी बनाने का निशाना मुकम्मल करने में किसी किस्म की दुशवारी नहीं होगी ।