हैदराबाद ०२ नवंबर : गर्वनमैंट निज़ामीया जनरल हॉस्पिटल चारमीनार में एक रोज़ा समेनार बउनवान हैलत केर में यूनानी (चिकित्सा पद्धति) मैडीसन का अहम रोल कान्फ़्रैंस हाल गर्वनमैंट निज़ामीया तिब्बी कॉलिज में 31 अक्टूबर को मुनाक़िद हुआ । हाइज़ सर्जन्स स्टूडैंटस और गर्वनमैंट निज़ामीया तिब्बी कॉलिज-ओ-हॉस्पिटल स्टाफ़ ने शिरकत की ।
डाक्टर मुहम्मद रफ़ी अहमद सपरंटंडनट ने मौजूदा चैलंजस के दौर में माडर्न साइंटिफिक ईलाज और कुहना अमराज़ में यूनानी मैडीसन की एहमीयत पर रोशनी डाली और नौजवान यूनानी डॉक्टर्स को मश्वरा दिया कि वो तेज़ रफ़्तार वक़्त के साथ यूनानी अदविया और इस के असरात से अवाम में साइंटिफिक तरीक़ा से ही रोशनास करवाईं और अवाम का ख़त एतिमाद हासिल करें । साथ में ये तजवीज़ पेश की कि यूनानी तिब्ब की तरक़्क़ी के लिए एक माहिरीन की कमेटी तशकील देते हुए इस कमेटी के सिफ़ारिशात को हुकूमत को पेश करें ताकि इस पर अमल कर के यूनानी(चिकित्सा पद्धति) तिब्ब को अवाम में मज़ीद मक़बूल बनाया जा सके ।
डाक्टर अहसन फ़ारूक़ी अस्सिटैंट प्रोफ़ैसर कहा कि यूनानी तिब्ब की तरक़्क़ी के लिए हर मुम्किना इक़दामात किए जाएं । ख़ुसूसीयत से दवा साज़ी को मयारी बनाया जाये और इस तरह के समीना रस मुनाक़िद होते रहें ताकि नौजवान यूनानी(चिकित्सा पद्धति) डॉक्टर्स मुस्तफ़ीद(फायदा होना) होते रहें । डाक्टर वसंत रा आर ऐम ओ , डाक्टर ताज उद्दीन रिसर्च ऑफीसर , डाक्टर अज़मत अल्लाह अस्सिटैंट प्रोफ़ैसर , डाक्टर क़ादिर हुसैनी लकचरार ने भी मुख़ातब(संबोधित) किया । बाद में हाइज़ सर्जन्स के साथ ग्रुप डिस्कशन मुनाक़िद हुआ । जिस में डाक्टर महमूदा बेगम , डाक्टर नाज़नीन सुलताना , डाक्टर अमीरीन बेगम ( हाइज़ सर्जन्स ) को बेहतरीन मक़ाला और इज़हार-ए-ख़्याल परमोमिनटो और सर्टीफ़ेक्टस पेश किए गए ।