वो ना चल सकता है और ना ही सो सकता है 23 साल पहले हिरासत में लिया गया और 17 दिन पहले जयपुर की जेल से रिहा हुयें है निसार उद्दीन ने कहा कि उसने जब अपने भाई ज़हीरुद्दीन जो दो साल बड़े मुझे बड़े है ,को देखा तो सोचा कि ये पल इसी वक़्त का रुक जाए जाये
वो ना चल सकता है और ना ही सो सकता है 23 साल पहले हिरासत में लिया गया और 17 दिन पहले जयपुर की जेल से रिहा हुयें है निसार उद्दीन ने कहा कि उसने जब अपने भाई ज़हीरुद्दीन जो दो साल बड़े मुझे बड़े है ,को देखा तो सोचा कि ये पल इसी वक़्त का रुक जाए जाये