“मुसलमान छोड़िये मोदी ने हिन्दुवों के लिए भी कुछ नहीं किया”

हालांकि मैंने नरेंद्र मोदी के पक्ष में वोट नहीं डाला था लेकिन मुझे उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद कुछ तो ऐसे काम वो भी करेंगे जिन्हें हम अच्छा मानते आये हैं. फिर उनका तो नारा भी “अच्छे दिन” का था, मोदी की बढ़ रही पॉपुलैरिटी को उस वक़्त हम नज़र अंदाज़ कर रहे थे और सोचते थे कि देश के लोग एक ऐसा प्रधानमंत्री कत्तई नहीं चुनेंगे जो गुजरात दंगों की वजह से बदनाम है और हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात नहीं बल्कि हिन्दूवादी विचारधारा की बात करता है लेकिन देश ने एक पक्ष में फ़ैसला लिया और कांग्रेस के दस साल के शासन से ऊबे लोगों के लिए मोदी एक विकल्प बने.

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करियेj
मैं सोचता था कि नरेंद्र मोदी मुसलमानों के लिए कोई ख़ास काम नहीं करेंगे लेकिन बहुत ज़्यादा मुसलमानों के ख़िलाफ़ भी काम नहीं करेंगे, हालांकि इस बारे में मैं ग़लत ही साबित हुआ. लेकिन मुझे इसकी हैरानी नहीं है क्यूंकि नरेंद्र मोदी ने हिन्दुवों के लिए भी कोई काम नहीं किया. हम अक्सर सोचते हैं कि मुसलमान नेता मुसलमानों के लिए करेगा लेकिन वो ऐसा नहीं करता कुछ ऐसा ही मोदी के साथ है उन्होंने हिन्दुवों के लिए भी कुछ नहीं किया है.