सहरी में जगाने की रिवायत खत्म होने की तरफ

“ उठो सोने वाले सहरी का वक्त है, उठो अल्लाह के लिये अपनी मगफिरत (गुनाहों की माफी ) के लिये ” जैसे पुर तरन्नुम गीत गाते और शेरो-शायरी करते पुरानी तहजीब के रहनुमा माने जाने वाले फेरीवालों की सदाएं वक्त के थपेड़ों और समय ने ऐसी आवाजो को खामोश कर दिया है

सऊदी हुकूमत ने लगाया रमज़ान में घूप में काम करने पर प्रतिबंध

रियाद:सऊदी अरब मंत्रालय श्रम और सामाजिक विकास ने मजदूर पेशा लोगों के कल्याण और उनके स्वास्थ्य तथा सुरक्षा के मद्देनजर 10 रमजान ब अनुसार 15 जून 2016 से 14 ज़िलहिज्जा 15 सितंबर तक धूप में मेहनत मजदूरी करने पर पाबंदी आयद कर दी है।

अलरबिय डॉट नेट के अनुसार सऊदी मंत्रालय श्रम सचिव  पर्यावरण कल्याण डॉ फहद अब्दुल्ला अलवेदी ने एक बयान में बताया कि कामकाज पर प्रतिबंध लागू कड़ी धूप के समय होगी। सरकार ने मजदूरों के कल्याण और उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रदान करने के लिए  बारह बजे से दोपहर तीन बजे तक प्रतिबंध आयद की है। प्रतिबंध लागू 15 सितंबर तक चलेगा। इसके बाद मौसम नरम होना शुरू हो जाएगा और धूप में कामकाज करने में कोई दिक्कत पेश नहीं आएगी।

उन्होंने कहा कि इस फैसले से तेल और गैस क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों और आपातकालीन सेवाओं के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों पर अपवाद होंगे। हालांकि उन्हें भी ताकीद की जाती है कि वे अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रखें।

डॉक्टर अलावेदि ने श्रम के माध्यम से काम करने वाली संस्थाओं और कंपनियों से आग्रह किया कि वे सरकार के लगाइ कार्यक्रम को जोरदार प्रतिबंध सुनिश्चित करें, ताकि भीषण गर्मी के कारण काम करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव का असर नहीं हो।

एक सवाल के जवाब में सचिव श्रम ने कहा कि सऊदी अरब के कम तापमान वाले शहरों में काम करने वाले लोग भी इस फैसले से मुक्त होंगे। श्रम कामकाज कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए मौसम की स्थिति के अनुसार स्थानीय सरकारों से परामर्श किया जा सकता है।