सरमायाकरी से बचाई जा सकती है 3.4 करोड़ बच्चों की जिंदगियां

वॉशिंगटन: साल 2000 के बाद से बच्चों के हेल्थ प्रोग्रामों में 4,205 डॉलर यानी 2,50,000 रूपए की सरमायाकारी से आलमी सतह पर 3.4 करोड़ से ज़्यादा बच्चों की जिंदगी बचाई गई है। एक नई तजज़िया में यह जानकारी सामने आई है।

रोजा का मकसद तकवा

(मौलाना मोहम्मद अमजद कासमी)अल्लाह तआला ने जितने भी एहकामात इंसानों को दिए हैं हर हुक्म में कोई न कोई मसलेहत है। कोई फायदा या कोई न कोई मकसद जरूर इसमें पोशीदा है। यह और बात है कि कुछ मसलेहत फायदा मकसद साफ जाहिर और वाजेह होता है। इसको

रमजान की बरकत

(मौलाना महमूद आलम कासमी) अल्लाह तआला ने यह रमजानुल मुबारक का महीना उम्मते मुस्लेमा को अता फरमाया है। इस वांस्ते हम पर इसका शुक्र अदा करना वाजिब है। बहुत ही खुश किस्मत हैं वह लोग जिनकी जिंदगी में रमजान का महीना आए और वह इसके आदाब और