हदीस शरीफ

हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है अल्लाह् के रसूल (स०अ०व०)ने फ़रमाया मस्जिद में जमाअत के लिए जाने वाले का हर क़दम एक नेकी को जाइद करता है और एक गुनाह को मिटाता है । (इबन हबान)

हदीस शरीफ

हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , गरीब अमीर से पांच सौ बरस पहले जन्नत में दाखिल होंगे (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत जाबिर बिन अब्दुल्लाह रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया नमाज़ जन्नत की कुंजी है (दारमी)

हदीस शरीफ

हदीस शरीफ हजरत अमारह बिन रूबिया रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , अस्र और सुबह की नमाज़ पढने वाले आग में हरगिज़ दाखिल न होंगे (मुस्लिम)

हदीस शरीफ

हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) से
पूछा गया कौनसी कमाई अफज़ल(बेहतर) है इर्शाद हुआ अपने हाथ से कमाई करना या तेजारत(बिजनस) कर के कामना (तिबरानी)

हदीस शरीफ

हजरत अबू अमामा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , ,तीन लोगों के रिजक और जन्नत का अल्लाह तआला जामिन है, वो शख्स जो घर में आकर घर वालों को सलाम करता है जो मस्जिद की तरफ नमाज़ के लिए जाया करता है ,जिहाद

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , अल्लाह की रज़ा माँ बाप की रज़ा में और अल्लाह का गुस्सा माँ बाप के गुस्से में पोशीदा (छुपा) है। (बुखारी शरीफ)

हदीस शरीफ

हजरत नोमान बिन बशीर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक(स०अ०व०) ने फ़रमाया, अल्लाह तआला का इरशाद ह’ जो बंदा चाहता है के रंज व् मोसिबत के वक़्त उसकी दुआ कुबूल करूँ तो उसको चाहिए के राहत वो आराम के वक़्त भी वो मुझ को याद कि

हदीस शरीफ

हजरत नोमान बिन बशीर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया, दुआ मांगने से बेहतर अल्लाह तआला को कोई और अमल अज़ीज़ नहीं (तिरमिज़ी)

हदीस शरीफ

हजरत जुबैर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया ,जो शख्स ये खाहिश रखता है के कियामत में अपना नामा आमाल खुश हो तो उसे चाहिए के इस्तिग्फार कसरत से  (बहुत जियादा ) पढ़ा करे बेहकी

हदीस शरीफ

हजरत उमर बिन खत्ताब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया जब तुम बीमार के पास जाओ तो उस्से अपने लिए दुआ तलब करो बीमार की दुआ ऐसी है जैसे फरिश्तों की दुआ (इब्न माजा)

हदीस शरीफ

हज़रत आईशा सिद्दीक़ा रज़ी अल्लाहो तआला अनहा से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया क़ुल हो वल्लाहो की मुहब्बत तुझ को जन्नत में दाख़िल करेगी । (तिरमिज़ी शरीफ़)

हदीस शरीफ

हजरत उम्मे सल्मा रज़ी अल्लाहो तआला अनहा फरमाती हैं के रसूल -ए-पाक (स०अ०व०) को कुरता बहुत पसंद था (अबू दाऊद)

हदीस शरीफ

हजरत उमर बिन खत्ताब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , जो शख्स नया कपडा पहने अगर सकत रखता हो तो उसे चाहिए के पुराना कपडा खैरात कर दे (तिरमिजी शरीफ)

हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , लोगो तुम सफ़ेद कपडे पहना करो ,सफ़ेद कपडा एक अच्छी चीज़ है उस में अपने मुर्दों को कफ़न दिया करो । (अबू दाऊद)

हदीस शरीफ

हजरत जाबिर बिन अब्दुल्लाह रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया अल्लाह उस बन्दे पर रहम करे जो बेचने में नरमी करता है और खरीदते वक़्त भी नरमी से पेश आता है ,लोगों पर तकाज़ा करता है तो भी नर्म तकाज़ा कर

हदीस शरीफ

हज़रत अबू सईद खुदरी रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया एक सच्चा और अमानत दार ताजिर (बिजनसमैन)कियामत में अंबिया ,सिद्दिकों और शहीदों के साथ होगा (तिरमिजी शरीफ)

हदीस शरीफ

हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने दरयाफ्त किया ‘आज तुम में से किसने किसी बीमार की एयादत (तिमारदारी)की ? मिस्कीन को खाना खिलाया ? जनाज़ा के साथ चला ?

हदीस शरीफ

हज़रत अबू सईद खुदरी रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया बीमारों की इयादत(तिमारदारी) करो ,जनाज़ा के साथ जाया करो, ये बातें तुम्हें आखिरत की याद दिलाएं गी और उन कामों से आखिरत की फ़िक्र ताज़ा हो गी (अह

हदीस शरीफ

हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया दुनिया की बेहतरीन दौलत नेक बख्त औरत है (मुस्लिम)