मजलिस माहाना फ़ातिहा
हैदराबाद । पहाड़ी शरीफ़ दरगाह क़ुतुब उल कताब शहनशाह ए दक्कन सुलतान उल आरिफीन हज़रत सय्यदना बाबा शरफ़ उद्दीन सहरवर्दी इराक़ी की मज्लिस माहाना फ़ातिहा 8 मई को मुक़र्रर(तय) है।
हैदराबाद । पहाड़ी शरीफ़ दरगाह क़ुतुब उल कताब शहनशाह ए दक्कन सुलतान उल आरिफीन हज़रत सय्यदना बाबा शरफ़ उद्दीन सहरवर्दी इराक़ी की मज्लिस माहाना फ़ातिहा 8 मई को मुक़र्रर(तय) है।
हैदराबाद । जनाब शाहिद पिरां की इत्तिला के बमूजब(मुताबिक) 10 मई को 11 बजे दिन हज हाउज़ में आयात ए कुरानी तस्वीरों की ज़बानी बनाम तजल्लियात रब्बानी किताब के औराक़ की तस्वीरी नुमाइश का इन्इक़ाद अमल में आएगा(मुनाकिद होगी)।
हैदराबाद । 16 जमादी स्सानी को 5 साअत(बजे) अलावह सर तौक मुबारक दारु ल्शीफ़ा मजलिस-ए- अज़ा मुक़र्रर है।
मौलवी मह्दी अली हादी ब्यान करेंगे।
हैदराबाद । सफ़दरीया गर्लज़ स्कूल निगरानी में, रोज़नामा सियासत और आबिद अली ख़ां एज्युकेश्नल ट्रस्ट के तआवुन-ओ-इश्तिराक(मदद) से सफ़दरीया गर्लज़ हाई स्कूल हुमायूँ नगर में 5 से 20 मई तक उर्दू सिखाने की क्लासें चल रही हैं।
हैदराबाद । हज़रत सय्यद सआदत ग़ुलाम महबूब सहरवी अल-मारूफ़ हज़रत नूर उद्दीन शाह जुनैदी अल-क़ादरी के उर्स शरीफ़ का आग़ाज़ बाद नमाज़ असर दरगाह शरीफ़ बमुक़ाम चौक मैदान ख़ां महबूब कॉलोनी, रीति माल वाला पेलेस कोटला आलीजाह रोड चारमीनार होगा।
मर्कज़ी हज कमेटी ने साल 2012 -के लिए आंध्रा प्रदेश के लिए 5,764 आज़मीन-ए-हज का कोटा मुक़र्रर किया है। जिन के मिनजुमला 70 या इस से ज़ाइद उम्र और चौथी मर्तबा दरख़ास्त देने वालों जैसे दो महफ़ूज़ ज़ुमरों(दरजों) के तहत 1,418 आज़मीन पहले ही मुंतख़ब
नारायण पेट । ( सियासत न्यूज़ ) : जनाब अहमद ख़ां यूसुफ़ ज़ई , अमीर मुक़ामी जमात-ए-इस्लामी , नारायण पेट की इत्तेला के बमूजब(मुताबिक) 6 मई इतवार 10 से एक बजे दिन तक एक तरबियती इज्तेमा नाज़िम इलाक़ा जुनूबी तेलंगाना मौलाना मुहम्मद अहमद की निगरा
वरंगल ( सियासत न्यूज़ ) जनाब मुहम्मद आमिर अली ख़ान न्यूज़ एडीटर रोज़नामा सियासत ने वरंगल की दीनी दरसगाह जामीया अल्सूफ्फा के दौरा के मौके पर अपने तास्सुरात ब्यान करते हुए कहा कि हाफ़िज़ ए क़ुरान का मर्तबा बहुत ही बुलंद-ओ-बाला है हश्
मुस्लिम गर्लज़ एसोसी एषण की इस्लाम परीचय क्लासें , श्रीमती रफीक़ा बेगम का संबोधन
हैदराबाद । जनाब सय्यद सुल्तान मुही उद्दीन परवेज़ रुक्न आमिला के बमूजब मजलिस दावत-ओ-इरशाद ( सय्यद क़ादिर मुही उद्दीन एज्युकेशनल वेलफ़ेयर सोसाइटी ) का हफ़तावारी दीनी , इल्मी , इस्लाही , दावती , तब्लीगी तरबियती इज्तेमा 5 मई नमाज़ मग़रिब के
हैदराबाद । बज़म किश्वर , इदारा अपना शहर अपने लोग , बज़म इल्म-ओ-अदब के ज़ेर एहतिमाम शहज़ादी कौनैन सय्यीदा फ़ातिमा ज़हरा हज़रत ख़ातून ए जन्नत रजी.
हैदराबाद । मौलाना क़ाज़ी सय्यद शाह आज़म अली सूफ़ी कादरी सदर कुल हिंद जमिअत उल मशाइख़ 6 मई को बाद नमाज़ ज़ुहर जामा मस्जिद सहीफ़ा आज़म पूरा चादर घाट में अहमद शाह ख़ान कादरी साबिक़ लकचरर अनवार उल-उलूम कोलेज के नातिया कलाम फैज़ान हबीबी का रस्म ए
हैदराबाद । इस्लामिक एकेड्मी आफ़ साइंस की बज़म ख़वातीन की महफ़िल दरस ए क़ुरान मजीद 5 मई 2-30 बजे दिन डी ख़ान रूबरू होटल हाई लाईन चौराहा किंग कोठी में मुनाक़िद होगी ।
हैदराबाद । मौलाना उबैद उल्लाह मिफताही नायब मोतमद लज्नत उल उलेमा ए पी की इत्तेला के बमूजब(अनूसार) 5 मई को मौलाना अबद उल मूकित मज़ाहरी बाद नमाज़ इशा मस्जिद अबू बकर सिद्दीक़ अलहसनात कोलोनी टोली चौकी में दरस क़ुरान देंगे ।
हैदराबाद । हफ़तावारी हल्क़ा ज़िक्र-ओ-दरूद शरीफ कल बरोज़ हफ़्ता(शनीवार) बाद नमाज़ इशा क़ियामगाह जनाब मुहम्मद जावेद कादरी वाके मुत्तसिल(नज्दीक) मस्जिद उमर फ़ारूक़ नवाब साहब कून्टा मुक़र्रर है जिस में सूफ़ी मौलाना मुहम्मद सलाह उद्दीन
हैदराबाद । बानी कुल हिंद मज्लिस तामीर ए मिल्लत के 21वीं यौम वफ़ात के मौके पर सय्यद खलील उल्लाह हुसैनी मेमोरियल लकचर मुनाक़िद है ।
हैदराबाद । सालाना उर्स शरीफ हज़रत पीर-ओ-मुर्शिद शाह मीर फैयाज़ उद्दीन अब उल अलाइ हसब ज़ैल तवारीख़ में इंतेज़ामी कमेटी मंजुरा वक़्फ़ बोर्ड आंधरा प्रदेश कि तरफ से मुक़र्रर है ।
हैदराबाद । मस्जिद हैदरी मौलवी नूर उल हसनैन फ़ायर स्टेशन मुग़ल पूरा में 5 मई को मग़रिब कि नमाज़ के बाद से इशा तक दिनी इज्तेमा तय है ।
मेहमान ख़ुसूसी मौलाना सय्यद शाह मुर्तज़ा अली सूफ़ी कादरी ख़िताब(संबोधन) करेंगे ।।
हैदराबाद । क़ुरान फाउंडेशन नज्दीक एन एम डी सी बिल्डिंग माँसाहब टैंक में इतवार 6 मई को 10-30 बजे दिन , मौलाना अबद उल मुकित मज़ाहिरी ” दीनी तालीम-ओ-तरबियत की अहमियत” के मोजु पर ख़िताब(संबोधन) करेंगे ।।
लोगों को हैरानी होगी, जब उन्हें पता चलेगा कि वी एच पी अपने दावा के हक़ में संस्कृत लेटरेचर से कोई दलील पेश नहीं कर सकी। अगर हीन्दूओं में अयोध्या के तक़द्दुस और राम मंदिर के वजूद से मुताल्लिक़ कोई मुस्तहकम रिवायत रही होती तो लाज़िमी बा