मादरी ज़बान से माँ की तरह सुलूक रवा रखने पर ज़ोर
हैदराबाद । 8 जनवरी (सियासत न्यूज़) तालिब-ए-इल्म अगर तालीम मादरी ज़बान में हासिल करें तो ये पुख़्ता होती है। उर्दू आज हिंदूस्तान पाकिस्तान के इलावा दुनिया के कई ममालिक और हर बड़े शहर में बोली और समझी जाती है। उर्दू मीडियम के स्कूलस