उन्तीसवां रोजा : अपने मुल्क के लिए करें दुआ
आज उन्तीसवां रोज़ा है। अगर ईद का चांद आज शाम को नज़र आता है तो माहे-रमज़ान के आख़िरी अशरे यानी दोज़ख से निजात के अशरे (नर्क से मुक्ति का कालखंड) का यह आख़िरी रोज़ा होगा। लेकिन आज चांद नज़र नहीं आता है तो इंशाअल्लाह तआला कल तीसवां और आ